कठिन समय में इमाम हुसैन की जरूरत
ढ्ढद्वड्डद्व ॥ह्वह्यह्यड्डद्बठ्ठ ढ्ढद्वड्डद्व ॥ह्वह्यह्यड्डद्बठ्ठ ढ्ढद्वड्डद्व ॥ह्वह्यह्यड्डद्बठ्ठ ढ्ढद्वड्डद्व ॥ह्वह्यह्यड्डद्बठ्ठ ढ्ढद्वड्डद्व ॥ह्वह्यह्यड्डद्बठ्ठ ढ्ढद्वड्डद्व ॥ह्वह्यह्यड्डद्बठ्ठ ढ्ढद्वड्डद्व ॥ह्वह्यह्यड्डद्बठ्ठ ढ्ढद्वड्डद्व ॥ह्वह्यह्यड्डद्बठ्ठ ढ्ढद्वड्डद्व ॥ह्वह्यह्यड्डद्बठ्ठ ढ्ढद्वड्डद्व ॥ह्वह्यह्यड्डद्बठ्ठ
अंबेडकरनगर : दुनिया में जो मुसलमानों की हालत है उससे निजात पाने का एक ही तरीका है कि वह इमाम हुसैन के किरदार पर अपनी ¨जदगी को गुजारे। सिर्फ कर्बला में ही इमाम हुसैन की जरुरत नहीं थी बल्कि हर दौर व हर कठिन समय में इमाम हुसैन की जरुरत है। इसलिए रसूल अल्लाह ने इमाम हुसैन को सफीना-ए-निजात करार दिया था। यह बात सोमवार को इमामबारगाह अब्दुल्लाहपुर में साकेत महाविद्यालय छात्रसंघ के अध्यक्ष रहे मरहूम सैयद अफसर मेंहदी, इब्ने सैय्यद, अमीर हसन के फातिहे की मजलिस पढ़ते हुए वसीका अरबी कॉलेज अयोध्या के प्रधानाचार्य मौलाना मोहम्मद मोहसिन ने कहीं।
उन्होंने कहा कि फर्श-ए-अजा जिदंगी के बारे में इंसान का नजरिया तब्दील करने का बेहतरीन स्थान है। कर्बला वालों के रास्ते पर चल कर कोई भी इंसान अपनी ¨जदगी में इंकलाब ला सकता है। इमाम हुसैन के के दिखाए सन्मार्ग पर चलने वाले निश्चित रुप से सफल होते हैं। अंजुमन गुंचये मजलूमिया अयोध्या के नौहाख्वान मोहम्मद आदि ने नौहा पढ़ा।
--------
अरिया में मजलिस का आयोजन
अंबेडकरनगर : अकबरपुर विकास खंड के अरिया स्थित इमामबारगाह कदीम में शब्बू रिजवी द्वारा आयोजित बरसी की मजलिस को खिताब करते हुए मौलाना शब्बर हुसैन खान लोरपुरी ने कहा कि बिना शिक्षा के धर्म की सही जानकारी हासिल नहीं हो सकती है। शिक्षा हासिल करने की कोई उम्र नहीं है। उन्होंने कहा कि समाज में मुश्किल यह है कि लोग बिना शिक्षा हासिल किए ही धर्म की बात कर रहे हैं। ऐसे लोग ही आतंकवाद को जिहाद का नाम देते हैं। अंत में मौलाना शब्बर हुसैन खान ने जब रसूल-ए-अकरम की बेटी हजरत फात्मा जहरा पर ढाए गए अत्याचार का जिक्र किया तो अजादारों की आंखों में आंसू आ गए।
------------------
वार्षिक कार्यक्रम आज
अंबेडकरनगर : दुख्तर-ए-रसूल, खातून-ए-जन्नत शहजादी-ए-कौनैन हजरत फातिमा जहरा सलवाततुल्लाह अलैहा के जन्मदिवस पर मंगलवार सायंकाल सात बजे से अंजुमन अकबरिया मीरानपुर के तत्वावधान में फैजाबाद मार्ग स्थित कर्बला रौजए फात्मैन परिसर में महफिल का वार्षिक कार्यक्रम होगा। डॉ. कासिम हुसैन 'कासिद अकबरपुरी' ने बताया कि इसमें अनेक शायर एवं आलिम-ए-दीन सम्मिलित होंगे।