नौकरी के नाम पर छात्राओं से हजारों की धोखाधड़ी
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हुऔ। मामला टांडा कोतवाली के चितौरा का है।
अंबेडकरनगर : नौकरी देने के नाम पर हजारों रुपये ऐंठने के मामले में पुलिस कार्रवाई के बजाय छात्राओं पर समझौते का दबाव बना रही है। सोशल मीडिया पर इसका वीडियो भी वायरल हुआ है। मामला टांडा कोतवाली के चितौरा का है।
शुक्रवार को टांडा कोतवाली पहुंची छात्रा नेहा चौहान, निधि प्रजापति, गरिमा यादव, साधना चौहान, कुमकुम ने महिला डेस्क पर तहरीर देकर चितौरा गांव में संचालित कोचिग सेंटर के संचालक पर आरोप लगाया था कि नौकरी देने के नाम पर उसने अपने कोचिग में छात्राओं का प्रवेश लिया था। एडमिशन के नाम पर कोचिग संचालक ने प्रत्येक छात्राओं से 15 से 20 हजार रुपये लिए। छात्राओं को न तो नौकरी दी गई और न ही कोई मानदेय। पैसा वापस मांगने पर तीन माह से दौड़ाया जा रहा है। छात्राओं ने जब जानकारी की तो पता चला कि प्रवेश कंप्यूटर ट्रेनिग मार्केटिग सेंटर से किया गया था। छात्राओं ने धोखाधड़ी करने वाले कोचिग सेंटर संचालक के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की थी। 24 घंटे बीत जाने के बाद भी पुलिस ने मुकदमा पंजीकृत करने की जहमत नहीं उठाई। शनिवार को छात्राएं कार्रवाई के लिए एक बार फिर थाने पहुंची, लेकिन पुलिस आरोपी के बचाव में खड़ी दिखाई पड़ी। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में पीड़ित छात्राओं से महिला आरक्षी रजनी सिंह समझौता करने का दबाव बनाते दिखाई पड़ रही हैं। वीडियो में महिला आरक्षी कह रही हैं कि मुकदमे के चक्कर में पड़ोगी, हार गई तो कुछ भी नहीं मिलेगा। उल्टे मुकदमे की पैरवी करनी पड़ेगी। प्रभारी निरीक्षक संजय पांडेय ने बताया कि दोनों पक्षों से वार्ता की जा रही है।