झूमकर बरसे काले मेघा फिर खिली तेज धूप
-शहर से गांव तक सड़कों और गलियों में जलभराव -तापमान में इजाफा होने से उमस ने पसार लिया पांव
अंबेडकरनगर : रविवार की सुबह से धूप और छांव का सिलसिला चलता रहा। दिन चढ़ने के साथ तापमान बढ़ता गया तो उमस ने पांव पसार लिया। हालांकि इस बीच शहर से गांव तक रिमझिम फुहार और तेज व धीमी बूंदाबांदी होती रही। हालांकि दोपहर बाद एकाएक मौसम बदला और झमाझम बारिश शुरू हो गई। प्रतिबंध के चलते घरों में गर्मी और उमस से बेहाल लोगों ने छत और खुले में निकलकर बारिश का लुत्फ उठाया व छुट्टी का मजा लिया। वहीं बारिश से सड़कें, गली-मुहल्ले व कार्यालय परिसरों में जलभराव हो गया। बस अड्डे पर जलभराव हादसे को दावत देता दिखा। बिजली के तार फुटपाथ पर भरे पानी में डूब गए। लोक निर्माण विभाग कार्यालय व दुकानों तक पानी भरा रहा। वहीं अकबरपुर-अयोध्या मार्ग पर शीतला आश्रम के पास तथा अन्नावां व कटेहरी बाजार तक सड़क पर जगह-जगह जलभराव रहा। ग्रामीणांचल की सड़कें तालाब बन गईं। वहीं बारिश थमने के साथ ही फिर से चटख धूप खिल गई। जिले का तापमान अधिकतम 33 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम 25 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया है। मौसम विभाग ने आगामी दिनों में काले बादलों की आवाजाही व रोजाना बारिश होने का अनुमान लगाया है।
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घाघरा नदी के जलस्तर में गिरावट हुई तेज : बाढ़ के खतरे को देखते हुए तटीय इलाकों में भयभीत लोगों के लिए लगातार तीसरे दिन राहत भरी खबर रही। वजह घाघरा नदी के जलस्तर में गिरावट का सिलसिला तेजी से जारी है। टांडा संवादसूत्र के मुताबिक बीते शनिवार के सापेक्ष रविवार को 11 सेंटीमीटर का गिरावट दर्ज हुई है। दोपहर दो बजे रिकार्ड हुए जलस्तर में नदी खतरे के निशान 92.730 मीटर से 25 सेंटीमीटर नीचे 92.480 मीटर पर पीछे खिसकी है। बाढ़ का खतरा कम होने के साथ अब ग्रामीणों को कटान और संक्रामक रोगों के फैलने का डर सताने लगा है। पिछले 24 घंटे में नदी के जलस्तर में तेजी से गिरावट से टांडा तहसील के मांझा उल्टहवा गांव का दिलशेर पुरवा, जालिम पुरवा, मांझा कला, गांगापुर आदि प्रभावित गांवों के अलावा आलापुर तहसील के अराजी देवारा, मांझा कम्हरिया, करिया लोनिया पुरवा, साबितपुर देवारा गांवों पर मंडराता बाढ़ का खतरा टल गया है। टांडा एसडीएम अभिषेक पाठक और आलापुर के एसडीएम धीरेंद्र श्रीवास्तव ने प्रभावित गांवों का जायजा लेने पहुंचे।