बगैर डिग्री के प्रैक्टिस करते रंगेहाथ पकड़ा गया झोलाछाप, मुकदमा दर्ज
डिप्टी सीएमओ और एसडीएम ने जलालपुर बाजार में क्लीनिक पर छापेमारी कर झोलाछाप पर मुकदमा दर्ज किया गया।
अंबेडकरनगर : डिप्टी सीएमओ और एसडीएम ने जलालपुर बाजार में क्लीनिक पर छापेमारी कर बगैर डिग्री के प्रैक्टिस करते मिले झोलाछाप को रंगेहाथ पकड़ा। एसडीएम की मौजूदगी में अस्पताल को सील कर मुकदमा दर्ज कराया गया है।
सोमवार को डिप्टी सीएमओ डा. संजय वर्मा के नेतृत्व में एसडीएम अभय कुमार पांडेय, सीएचसी नगपुर अधीक्षक डा. राकेश कुमार जलालपुर ने पुलिस के साथ जमालपुर स्थित क्लीनिक पर छापेमारी की। छापेमारी की भनक लगते ही आसपास के दुकानदार शटर बंदकर भाग गए। छापेमारी के दौरान क्लीनिक पर बैठा राम अवध नाम का व्यक्ति मरीज की जांच करते मिला। डिप्टी सीएमओ ने प्रैक्टिस और क्लीनिक से संबंधित कागजात मांगा तो वह दिखा नहीं सका। उपजिलाधिकारी के आदेश पर फर्जी क्लीनिक को सील कर दिया गया। नगपुर अधीक्षक डा. राकेश कुमार की तहरीर पर चिकित्सक राम अवध के विरुद्ध बगैर डिग्री प्रैक्टिस करने समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया। कोतवाल दुर्गेश मिश्र ने बताया कि जांच कर कार्रवाई की जा रही है।
-छापेमारी टीम पर उठ रहे सवाल : जलालपुर कस्बे में रंगेहाथ प्रैक्टिस करते मिले झोलाछाप की गिरफ्तारी न होन छापेमारी टीम पर सवाल खड़े कर रहा है। टीम में शामिल डिप्टी सीएमओ व एसडीएम की मौजूदगी के बाद भी आरोपित को थाने के बजाय घर भेजना अधिकारियों की कार्यशैली पर प्रश्न चिह्न खड़ा कर रहा है। पूर्व में भी जलालपुर कस्बे के अमन हास्पिटल पर दर्ज मुकदमे में जांच के नाम पर उसे ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। इससे स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई पर सवाल उठना लाजिमी है। ज्यादातर मामलों में कार्रवाई के लिए डिप्टी सीएमओ डा. संजय वर्मा को ही जिम्मेदारी सौंपी जाती है, इस पर भी सवाल उठ रहे हैं। डिप्टी सीएमओ और एसडीएम से बात करने का प्रयास किया गया तो उनका फोन नहीं उठा।