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सात सदी पहले से कमालपुर का वजूद

अंबेडकरनगर : विकास खंड जहांगीरगंज अंतर्गत स्थित गांव कमालपुर पिकार गौरवमयी अतीत का वारि

By JagranEdited By: Published: Sun, 09 Sep 2018 09:40 PM (IST)Updated: Sun, 09 Sep 2018 09:40 PM (IST)
सात सदी पहले से कमालपुर का वजूद
सात सदी पहले से कमालपुर का वजूद

अंबेडकरनगर : विकास खंड जहांगीरगंज अंतर्गत स्थित गांव कमालपुर पिकार गौरवमयी अतीत का वारिस है। घाघरा नदी के किनारे वीरान में स्थित यह गांव हर संसाधनों से लैस है। इस गांव का अस्तित्व सात शताब्दी पहले अस्तित्व में आया। ख्यातिलब्ध संत सुरजू बाबा के वारिस दर्जनों घर है। इनके दो पुत्रों कमाल व मुबारक के नाम से इस गांव का नाम कमालपुर पिकार तथा ग्राम पंचायत का नाम मुबारकपुर पिकार पड़ा। इस गांव में विभिन्न जाति के लोग हैं।

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जहांगीरगंज ब्लॉक की बड़ी ग्राम पंचायतों मे शुमार यहां की जनसंख्या लगभग पांच हजार है।

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-बेहद मजबूत है ढांचा-

आलापुर : घाघरा नदी के किनारे देवारा क्षेत्र में स्थित यहां के लोगों की जागरूकता के कारण अतिरिक्त सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, पशु चिकित्सालय, प्राथमिक, उच्च प्राथमिक, कन्या पाठशाला, महिला महाविद्यालय, डाकघर, मंदिर व गांधी आश्रम उत्पत्ति केंद्र स्थित है। सप्ताह में दो दिन इलाकाई अच्छी बाजार लगती है। यहां के ब्राह्मणों के पूवर्जो ने एक संगठन है, जिसमें प्रत्येक परिवार के लोग जुड़े हैं जो सौ वर्ष से अधिक पुराने समय से चला आ रहा है। यहां गायत्री महायज्ञ तथा कुलपूवर्ज सुरजूबाबा के यहां प्रतिवर्ष बहुत भव्य आयोजन होता है। जिनमें गांव से परदेश गए लोगों की भरपूर भागीदारी रहती है। गांव के लोगों की विकास के प्रति इस कदर ललक है कि लोग हमेशा विकास व गांव के उत्थान में लगे रहते हैं।

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-गांव की शान-

आलापुर : स्व. ताड़केश्वर प्रसाद त्रिपाठी, स्व. अंगद प्रसाद त्रिपाठी के अलावा वरिष्ठ सपा नेता पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रो. चक्रधर त्रिपाठी, ओमप्रकाश, उत्तर प्रदेश स्थानीय निकाय महामंत्री शिवप्रसाद, कारावास अधीक्षक राजेश मणि त्रिपाठी, उपायुक्त आबकारी विभाग राजकुमार, उपायुक्त बिक्री कर लोकगीत व संगीत मर्मज्ञ राजन तिवारी, हेमंत त्रिपाठी, शशिकांत त्रिपाठी, बच्चा त्रिपाठी, प्रभात चंद्र त्रिपाठी, केदार तिवारी पर गांव के लोगों पर नाज है।

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-यह सुविधा मिले तो बने बात-

आलापुर : गांव में बारात घर की जरूरत पूरी होने के साथ ही आयुर्वेदिक चिकित्सालय की दरकार है। इसके अलावा बिजली आपूर्ति के लिए यहां उपकेंद्र तथा बस डिपो की आवश्यकता है। वजह काफी दूरी से गांव तक बिजली की आपूर्ति होने से आए दिन बाधित रहती है तो करीब 30 किलोमीटर का सफर तय करने के बाद बसें मिलती हैं।

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दो दशक से ग्राम प्रधान रहने के दौरान मैने ग्राम पंचायत का भरपूर विकास किया। गांव के समग्र विकास में पूरा प्रयास करने के साथ ही ग्रामीणों को मुकम्मल सुविधाओं को दिया है।

-हृदयनारायण त्रिपाठी, पूर्व ग्राम प्रधान

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गांव में शासन की योजनाओं का सही क्रियांवयन किया जा रहा है। गांव में पावर हाउस व बरात घर बनाने की कवायद जारी है।

-उर्मिला, ग्राम प्रधान


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