पात्रता-अपात्रता का घर बैठ साहब करते सत्यापन
अंबेडकरनगर : प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना अंतर्गत अधिकांश निर्धन बेसहारा परिवार अधिकारिय
अंबेडकरनगर : प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना अंतर्गत अधिकांश निर्धन बेसहारा परिवार अधिकारियों व कर्मचारियों के घर बैठे फर्जी सत्यापन की भेंट चढ़ गए। नगर पालिका के जाफराबाद पूर्वी वार्ड नंबर तीन के निवासी हसन मेंहदी पुत्र स्व. यतीम अली दशकों से सिर पर साया के लिए सरकारी योजनाओं की बांट जोह रहे हैं।
मौजूदा सरकार में हसन मेंहदी ने अपने परिवार की रिहायशी गाह के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत आवेदन ऑनलाइन करते हुए आस लगाया था, लेकिन जांच कर्ताओं ने हसन मेंहदी की स्थिति को नजरंदाज कर दिया। नतीजतन वह पात्रता सूची के बाहर हो गया। यही स्थिति जाफराबाद निवासी वजीर हसन की है, जो अपने परिवार के साथ खंडहर खपरैल में अरसे से गुजर बसर कर रहे है। बेरोजगार इनकी रोजी-रोटी का साधन महज हथकरघा था, जो अब वह भी बंद हो गया। ऐसी स्थिति में वजीर ने प्रधानमंत्री शहरी आवासीय योजना की शरण लिया। वजीर ने बताया कि ऑनलाइन आवेदन करने के बाद एक बार पालिका के कुछ लोग घर पर आए थे। पूछताछ की एवं वापस चले गए, जब से कोई दिखाई नहीं पड़ा। समस्या के बाबत सत्यता की जानकारी मिलने पर गत कई माह पूर्व अधिशासी अधिकारी आलोक कुमार ¨सह बिफरे एवं तत्काल उन्होंने जांच टीम को सत्यता के आधार पर पात्रता को सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। मौजूदा समय में अधिशासी अधिकारी के अवकाश पर चले जाने के बाद पालिका के लिपिक ने फिर आवेदन स्वीकार कर बेसहारा हसन मेंहदी के लिए आवासीय सुविधा उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है।