फॉलोअप: डीजीपी ने संभाली सचिन हत्याकांड की निगरानी
महरुआ थाना का सचिन हत्याकांड के तीन दिन बाद भी खुलासा नहीं होने पर सचिन हत्याकांड का डीजीपी ने संज्ञान लिया।
अंबेडकरनगर : महरुआ थाना का सचिन हत्याकांड के तीन दिन बाद भी खुलासा नहीं होने पर इसके मॉनीटरिग की कमान खुद डीजीपी ने संभाल ली है। गुरुवार की शाम से वह पल पल की प्रगति रिपोर्ट तथा पुलिस टीमों की लोकेशन व प्रगति रिपोर्ट ले रहे हैं। स्वाट व पुलिस की टीमों ने बीती रात अयोध्या, सुल्तानपुर, अमेठी, प्रतापगढ़, जौनपुर, प्रयागराज आदि जिलों के संभावित स्थानों पर दबिश देकर 17 संदिग्धों को उठाया है। इनसे अलग-अलग स्थानों पर पूछताछ में जुटी है। पुलिस के शक की सुई बर्चस्व के जंग समेत विभिन्न कारणों पर केंद्रित है। हालांकि वह घटना के मूल कारण तक अभी नही पहुंच सकी है।
एसपी आलोक प्रियदर्शी तथा एएसपी अवनीश कुमार मिश्र की निगरानी में क्राइम ब्रांच की दो समेत पांच टीमें अनावरण की दिशा में सक्रिय हैं। पुलिस ने घटना से जुड़े अहम सुराग हाथ लगने का दावा किया है। भीटी थानाक्षेत्र के गांव पकड़ी नगऊपुर निवासी सचिन तिवारी उर्फ पुज्जू की मंगलवार को दिनदहाड़े अज्ञात बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस ने मृतक के पिता अनंतराम तिवारी की तहरीर पर दो अज्ञात बदमाशों पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस की पांच टीमें चार दिन बाद घटना का मोटिव तलाशने के लिए जद्दोजहद कर रही हैं। विभिन्न स्थानों पर सीसी फुटेज खंगालने पर पुलिस को घटना का मोटिव नहीं मिला है।
पुलिस का बीटीएस का सहारा : सीसी फुटेज से असफल होने पर हत्यारों की शिनाख्त के लिए पुलिस अब बीटीएस के सहारे है। घटना के पहले से लेकर बाद तक मृतक के मोबाइल तथा घटनास्थल के दायरे में विभिन्न लोगों की फोन कॉल डिटेल सर्विलांस टीम खंगाल रही है।
संदिग्धों के फोन बंद : पुलिस को जिन दो अपराधियों पर शक है, उनके मोबाइल फोन बंद हैं। एक का फोन घटना के तीन दिन पहले मऊ जिले व दूसरे का फोन जौनपुर जिले में बंद हुआ है। दोनों संदिग्धों के तार अंतरजनपदीय शातिर पेशेवर गैंग से जुड़े होने का इशारा कर रहे हैं।
पुलिस टीमें घटन के खुलासे में लगी हैं। कारण व हत्यारों की शिनाख्त की दिशा में प्रयास किया जा रहा है। संकलित जानकारी की पुष्टि तथा साक्ष्य जुटाकर। संदिग्धों से पूछताछ चल रही है।
अवनीश कुमार मिश्र
एएसपी