दलहनी फसलों को बढ़ावा देने में किसानों को मिलेगा प्रोत्साहन
दलहनी फसलों को बढ़ावा देने के लिए कृषि विभाग का खाद्य सुरक्षा मिशन किसानों के लिए मुफीद साबित हो रहा है।
अंबेडकरनगर: दलहनी फसलों को बढ़ावा देने के लिए कृषि विभाग का खाद्य सुरक्षा मिशन किसानों का मददगार बनेगा। गत वर्ष की तुलना में इस साल 100 हेक्टेयर अधिक क्षेत्रफल में दलहनी फसलें उगाने का लक्ष्य है। इसे साकार करने में जिले के चार ब्लाक माडल बनाए गए हैं। इसमें भीटी, टांडा, जलालपुर एवं अकबरपुर शामिल है। योजना से करीब 200 किसानों को आच्छादित करेंगे। कृषि विभाग किसानों को मुफ्त दलहन बीज और कीटनाशक देगा।
कृषि विभाग देगा अनुदान : किसानों की आय दोगुनी करने एवं स्थानीय स्तर पर पर्याप्त मात्रा में दलहन की फसल पैदा हो सके, इसके लिए चार ब्लाकों में विशेष योजना की शुरुआत हुई है। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन के जिला सलाहकार अनुज कुमार सिंह ने बताया कि बीते कई वर्षों से दलहनी फसलों के लगातार नुकसान होने से किसानों का इस खेती से मोहभंग होने लगा। दलहनी फसलों को बढ़ावा देने की मंशा से राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन योजना के तहत चार ब्लाकों का चयन हुआ है। इसमें चना, अरहर, उड़द समेत सभी फसल बीजों पर अनुदान का प्राविधान तय किया गया है।
बीज, खाद एवं दवा निश्शुल्क : योजना के तहत चार ब्लाकों में लगभग दो सौ किसानों को लाभान्वित किया जाएगा। प्रति हेक्टेयर नौ हजार रुपये किसानों को डीबीटी के माध्यम से प्रदान दिया जाएगा। किसान दलहनी बीज, खाद, कीटनाशक, सूक्ष्म पोषक तत्व खरीद सकेंगे। वर्तमान समय में सौ हेक्टेयर खेत में चने की बोआई की गई है। इसके बाद उड़द एवं अरहर का बीज दिया जाएगा। जिले में दलहन की फसल बहुत कम थी। विभिन्न कारणों से किसान चना, अरहर और उड़द की खेती करने से डरते थे। अब विभाग की सहायता से किसानों को निश्शुल्क बीज, खाद, कीटनाशक देने समेत कृषि वैज्ञानिक समय-समय पर देखभाल करते हैं। इससे किसानों का मनोबल बढ़ रहा है।
पीयूष राय, जिला कृषि अधिकारी