नौकरी न मानदेय की फिक्र लड़ रहे कोरोना की जंग
अंबेडकरनगर इस कोरोना संकटकाल में स्वास्थ्य विभाग के कार्यरत कर्मचारियों की उपयोगिता बहुत अधिक बढ़ गई है। स्क्रीनिग के साथ इलाज मरीजों की देखभाल करने में पीछे नहीं है। ऐसे में जिला चिकित्सालय में कार्यरत निजी संस्था अवनि परिधि के 80 कर्मचारी इस आस में नौकरी की सेवा से नहीं भाग रहे हैं कि इस संकट के समय में चिकित्सालय छोड़ना मुनासिब नहीं है।
अंबेडकरनगर : इस कोरोना संकटकाल में स्वास्थ्य विभाग के कार्यरत कर्मचारियों की उपयोगिता बहुत अधिक बढ़ गई है। स्क्रीनिग के साथ इलाज, मरीजों की देखभाल करने में पीछे नहीं है। ऐसे में जिला चिकित्सालय में कार्यरत निजी संस्था अवनि परिधि के 80 कर्मचारी इस आस में नौकरी की सेवा से नहीं भाग रहे हैं कि इस संकट के समय में चिकित्सालय छोड़ना मुनासिब नहीं है। हालांकि दो माह से मानदेय भी बकाया चल रहा है। इससे कर्मचारियों के समक्ष जीवनयापन की समस्या उत्पन्न हो रही है। विभाग के मुताबिक अभी तक संस्था का नवीनीकरण नहीं हुआ है। मार्च तक अनुबंध था तब तक शासन से धनराशि प्रदान कर दी गई है, लेकिन इस दौरान नवीनीकरण के संबंध में कोई सूचना नहीं मिल सका है और न ही मानदेय के लिए बजट आया है।
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-146 कर्मचारियों की है नियुक्ति : कोरोना वायरस के इस संकटकाल में जिला चिकित्सालय में सिलिकॉन तथा अवनि परिधि कार्यदायी संस्था के माध्यम से 146 कर्मियों की नियुक्ति हुई है। इसमें सिलिकॉन संस्था का चयन नई प्रक्रिया के माध्यम से मार्च माह में कर लिया गया, लेकिन अवनि के 80 कर्मचारी का नवीनीकरण नहीं हो सका। इसी दौरान लॉकडाउन लागू किया गया, इससे कर्मचारियों का नवीनीकरण नहीं हो सका। कर्मचारी सुरेश कुमार, अजय कुमार रवींद्र प्रसाद आदि ने बताया कि अभी तक मार्च के बाद मानदेय नहीं मिला लेकिन हम लोग कार्य कर रहे हैं।
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कोरोना संकटकाल में सभी कर्मचारी पूरी जिम्मेदारी के साथ कार्य कर रहे हैं। संस्था का नवीनीकरण नहीं हो सका है। शासन से अग्रिम आदेश तक यथावत रखने का निर्देश दिया गया है, लेकिन अभी तक मानदेय का बजट नहीं मिल सका है इसके लिए शासन को पत्र प्रेषित कर धनराशि की मांग की गई है।
डॉ. एसपी गौतम, एसीएमएस,
संयुक्त जिला चिकित्सालय,
अंबेडकरनगर