चमके गए गांव, सफाई को मिला मुकाम
अंबेडकरनगर : स्वच्छ गांव-स्वच्छ जिला बनाए जाने को लेकर एक माह से चल रहा स्वच्छता सर्वेक्षण ग
अंबेडकरनगर : स्वच्छ गांव-स्वच्छ जिला बनाए जाने को लेकर एक माह से चल रहा स्वच्छता सर्वेक्षण ग्रामीण का महाभियान गुरुवार को अपने मुकाम पर पहुंच गया। जनपद की समस्त 927 ग्राम पंचायतों को सफाई कर्मियों ने कठिन परिश्रम कर चमकाया तो स्वच्छाग्रहियों ने सफाई के महत्व को समझाने के साथ ही अपने जीवन में इसे उतारने के लिए ग्रामीणों को जागरूक किया। जिला प्रशासन के नेतृत्व में पंचायतीराज विभाग के साथ जिले के अन्य विभागीय अधिकारियों ने भी भरपूर साथ दिया। स्वच्छता अभियान की निगरानी कर इसे सफल बनाया। जिला पंचायतराज अधिकारी मयाशंकर मिश्र के लिए अभियान सफलता और भी मायने रखती है। वजह शुक्रवार को वह अपनी लंबी सेवा के बाद सेवानिवृत्त भी हो रहे हैं। ऐसे में सरकारी सेवा से निवृत्व होने से पहले गांवों को चमकाने के इस महाभियान में वह पास हो गए हैं।
गुरुवार को महाभियान को अंजाम तक पहुंचाने के लिए महज 15 गांव ही बाकी रह गए थे। ऐसे में दिन चढ़ने के साथ ही सफाई कर्मचारियों की फौज गांवों में धमक पड़ी। अंतिम दिन होने के नाते ग्रामीणों का उत्साह भी देखने को मिला। यहां सफाई कर्मचारियों के कदम से कदम मिलाकर ग्रामीणों ने भी स्वच्छता के अभियान में आहुति दी। चिन्हित अवशेष बचे गांवों में धार्मिक स्थलों से लेकर विद्यालयों, स्वास्थ्य केंद्रों और आंगनबाड़ी केंद्रों समेत सार्वजनिक स्थलों तथा नाली व रास्तों को चमकाने में कर्मचारियों ने जमकर पसीना बहाया। वर्षों से जमा गंदगी को हटाने में कुछ वक्त जरूर लगा लेकिन इसके हटते ही गांव चमक गए। जंगली झाड़ियों तथा गंदगी में दफन हो चुका गांव का विकास फिर से बाहर आया तो देखते ही बना। शौचालयों तथा जलापूर्ति के संसाधनों के आसपास भी सफाई की गई। अंतिम दिन होने के नाते सफाई कर्मियों के चेहरे पर महाभियान को बखूबी पूरा करने की चमक भी दिखी। वहीं ग्रामीणों का साथ मिलने से उनका उत्साह भी दोगुना हो गया। इस बीच नोडल अधिकारी भी गांवों में भ्रमण कर सफाई व्यवस्था का जायजा लेते रहे। सेवानिवृति के एक दिन पहले तक जिला पंचायतराज अधिकारी मयाशंकर मिश्र अपने दायित्वों के निर्वहन में पीछे नजर नहीं आए। सहकर्मियों के साथ वह भी गांवों में पहुंचे और सफाई कार्यों का निरीक्षण किया। उन्होंने ग्रामीणों को बताया कि गंदगी ही अधिकांश मुसीबत की जड़ है। बीमारियों को फैलने से रोकने में गंदगी से मुक्त होना ही सबसे पहला विकल्प है। इसमें भी शौचालय का निर्माण कराने के साथ ही नियमित प्रयोग करने से गांव स्वस्थ और खुशहाल बनेगा। पहले पहर में ही सफाई अभियान में पास होने के बाद वापस लौटे अधिकारियों की विकास भवन में बैठक आहूत हुई। मुख्य विकास अधिकारी उमेश नारायण पांडेय की अध्यक्षता में बैठक के दौरान गांवों के स्वच्छता की समीक्षा हुई। इसमें ग्रामीणों को जागरूक किए जाने तथा खास मोबाइल एप के जरिए ग्रामीणों की प्रतिक्रिया लिए जाने पर बल दिया गया।