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चुनाव : चरित्र प्रमाणपत्र की जरूरत नहीं और लग रही लंबी कतार

पंचायत चुनाव में चरित्र प्रमाण पत्र और अदेयता प्रमाण पत्र बनवाने की अफवाहों ने जोर पकड़ा है। वहीं उच्चाधिकारी भी हकीकत को स्पष्ट करने में चुप्पी साधे हैं। ऐसे में पुलिस लाइन और जिला पंचायत समेत ब्लॉक मुख्यालयों पर भीड़ लग रही है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 15 Apr 2021 11:15 PM (IST)Updated: Thu, 15 Apr 2021 11:15 PM (IST)
चुनाव : चरित्र प्रमाणपत्र की जरूरत नहीं और लग रही लंबी कतार
चुनाव : चरित्र प्रमाणपत्र की जरूरत नहीं और लग रही लंबी कतार

अंबेडकरनगर: पंचायत चुनाव में चरित्र प्रमाण पत्र और अदेयता प्रमाण पत्र बनवाने की अफवाहों ने जोर पकड़ा है। वहीं उच्चाधिकारी भी हकीकत को स्पष्ट करने में चुप्पी साधे हैं। ऐसे में पुलिस लाइन और जिला पंचायत समेत ब्लॉक मुख्यालयों पर भीड़ लग रही है।

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हकीकत में पंचायत चुनाव के लिए नामांकन करने में चरित्र प्रमाण पत्र की जरूरत ही नहीं है। इसके बारे में उम्मीदवारों को बताने के बजाए पुलिस विभाग ने बेवजह काउंटर खोल दिया है। वहीं अदेयता प्रमाणपत्र बनाने में सिर्फ बकाएदारों को ही इसका प्रमाणपत्र देना है। खास बात है कि जिला पंचायत, क्षेत्र पंचायत समेत ग्राम पंचायतों ने बकाएदारों की सूची भी जारी की है। जिला पंचायत के बकाएदारों की संख्या सर्वाधिक है। क्षेत्र पंचायत तथा ग्राम पंचायत के बकाएदारों की सूची में तमाम ब्लॉकों में संख्या शून्य है। इसके बाद भी मनमाने तौर पर अदेयता प्रमाणपत्र बनाने के लिए लंबी कतारें लगी हैं। इससे इतर बैंकों में भी चालान जमा करने में लंबी कतार लग रही है। यहां सुबह से लेकर शाम तक लोग अपनी बारी आने का इंतजार कर रहे हैं।

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कोरोना से बचाव के इंतजाम ध्वस्त : पंचायत चुनाव में बेवजह चरित्र प्रमाण पत्र व अदेयता प्रमाणपत्र बनवाने के लिए भीड़ जुटाई जा रही है। यहां कोविड गाइडलाइन का खुलेआम उल्लंघन हो रहा है। कोरोना महामारी के फैलाव की आशंका भीड़ देखकर लगाई जा सकती है। काउंटर से लेकर सड़क तक लगने वाली लाइन में लोगों के बीच शारीरिक दूरी का पालन नहीं दिखा।

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चुनाव : पंचायत चुनाव में 246 मतदान केंद्रों पर रहेगा कड़ा पहरा

अंबेडकरनगर : त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में घोषित आरक्षण के आधार पर जिला निर्वाचन कार्यालय ने संवेदनशीलता तय कर दी है। 246 मतदान केंद्रों पर प्रशासन और पुलिस का कड़ा पहरा होगा। यहां निगरानी के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। अतिसंवेदनशील प्लस 32 मतदान केंद्रों पर वेब कैमरे लगाकर निगरानी की जाएगी। अतिसंवेदनशील 133 मतदान केंद्रों पर सीसी कैमरे लगाए जाएंगे। वहीं संवदेनशील 81 मतदान केंद्रों की वीडियोग्राफी कराई जाएगी। इसके अलावा पुलिस का यहां कड़ा पहरा रहेगा। जनपद के 952 मतदान केंद्रों में 706 सामान्य हैं। उप जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. पंकज वर्मा ने बताया कि संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए मतदान केंद्रों पर सघन निगरानी और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम होंगे।

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जलालपुर व भियांव में सघन निगरानी : पंचायत चुनाव में संवेदनशीलता के मायने में जलालपुर और भियांव विकासखंड में सर्वाधिक संवेदनशील, अतिसंवेदनशील व अति संवेदनशील प्लस मतदान केंद्र हैं। जलालपुर में 29 संवेदनशील, 31 अतिसंवेदनशील और दो अतिसंवेदनशील प्लस हैं। भियांव में 17 संवेदनशील, 30 अतिसंवेदनशील और तीन अतिसंवेदनशील प्लस हैं। भीटी में 11 संवेदनशील, सात अति संवेदनशील एवं चार अति संवेदनशील प्लस हैं। टांडा में 10 संवेदनशील, 15 अति संवेदनशील एवं तीन अति संवेदनशील प्लस हैं। इससे इतर कटेहरी, अकबरपुर, जहांगीरगंज, रामनगर, बसखारी व टांडा में संवेदनशीलता कम है।


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