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त्रिभुवन चढ़े साइकिल पर बसपा ने खोई ताकत

बसपा से त्रिभुवन दत्त सांसद रह चुके हैं। अयोध्या के साथ बनारस मंडल के जोनल को-आर्डिनेटर भी रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Wed, 28 Oct 2020 12:01 AM (IST)Updated: Wed, 28 Oct 2020 12:01 AM (IST)
त्रिभुवन चढ़े साइकिल पर बसपा ने खोई ताकत
त्रिभुवन चढ़े साइकिल पर बसपा ने खोई ताकत

रामानुज मिश्र, अंबेडकरनगर

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पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के विश्वस्त सिपहसालार रहे पूर्व सांसद त्रिभुवन दत्त के मंगलवार से साइकिल की सवारी शुरू करने से जिले में बहुजन समाज पार्टी को तगड़ा झटका लगा है। आसन्न पंचायत चुनाव के साथ कुछ ही महीनों में होने वाले विधानसभा चुनाव में नुकसान की भरपाई करना बसपा के लिए मुश्किल होगा।

दलित समाज में गहरी पैठ रखने वाले जहांगीरगंज क्षेत्र के त्रिभुवन दत्त ने करीब दो दशक पहले बसपा की छत्रछाया में राजनीति में पहला कदम रखा। इसके बाद फिर उन्होंने फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा और लगातार सियासी ऊंचाइयां चढ़ते गए। सन 2000 में जिला पंचायत अध्यक्ष बनने के बाद वह अंबेडकरनगर सुरक्षित सीट से बसपा से सांसद चुने गए। पार्टी में शीर्ष नेतृत्व से नजदीकियों के चलते त्रिभुवन दत्त की जिले में काफी धाक थी और संगठन में उनका सिक्का चलता था। यही कारण है कि पार्टी संगठन में बेहद महत्वपूर्ण माने जाने वाले जोनल को-आर्डिनेटर पद पर वह दो-दो बार आसीन रहे। अयोध्या मंडल के को-आर्डिनेटर रहने के साथ उन्हें कुछ दिनों के लिए बनारस मंडल का भी जोनल को-आर्डिनेटर बनाया गया। लेकिन पिछले छह महीने से पार्टी में उनके पास कोई पद नहीं था। इस बीच बसपा से असंतुष्ट रहने के कारण कई बार उनके पार्टी छोड़ने का कयास लगाया जाता रहा। मंगलवार को उन्होंने अचानक लखनऊ में समाजवादी पार्टी का दामन थाम जिले के लोगों को चौंका दिया। पूर्व सांसद त्रिभुवन दत्त ने इस दौरान अपने सैकड़ों समर्थकों को भी सपा में शामिल कराया। इसमें पूर्व ब्लॉक प्रमुख प्रमोद दत्त, राम प्यारे निषाद, रामचंद्र वर्मा, अजय गौतम, जगदीश राजभर, अनिल मिश्र, अब्दुल अजीज शाह, अविनाश चौधरी, राजेंद्र प्रसाद दाढ़ी, प्रेम सागर प्रजापति, पप्पू पांडेय, रमेश चंद्र गौतम, डॉ. रामहित चौहान, संजय गौतम, सुनील मिश्र, जुग्गीलाल गौतम, कृष्ण कुमार पांडेय आदि शामिल रहे।

सपा को मिलेगी मजबूती : राजनीति के जानकारों का कहना है कि त्रिभुवन दत्त के सपा का दामन थामने से पार्टी को जरूर मजबूती मिलेगी। क्योंकि सपा में जिले में अभी तक ऐसा कोई नेता नहीं था जिसकी दलित समुदाय में इतनी जबर्दस्त पकड़ रही हो। शायद इसीलिए सपा मुखिया अखिलेश यादव ने उन्हें अपनी उपस्थिति में पार्टी में शामिल कराकर जिले राजनीति में एक स्पष्ट संदेश दिया है।

खुशी से झूमे सपाई : सपा में त्रिभुवन दत्त के शामिल होने की जानकारी मिलते ही सपाई खुशियों से झूम पड़े। सपा नेता व पूर्व ग्राम प्रधान रवींद्र यादव की अगुवाई में दर्जनों सपाइयों ने तहसील पहुंचकर एक दूसरे के गले मिल मिठाइयां बांटकर जश्न मनाया। इसमें रजनीकांत, कल्लू वर्मा, घनश्याम यादव, अखिलेश यादव, विनीत श्रीवास्तव, योगेंद्र यादव, राम अचल यादव, बसंत यादव, राजेंद्र प्रसाद यादव आदि उपस्थित रहे।


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