बीसी सखियों की सफलता पर सूबे को नाज, नजीर बनी गिरजा व कल्पना
राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) की उम्मीदों को परवान चढ़ाने में सफल रहीं हैं।
अंबेडकरनगर : राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) की उम्मीदों को परवान चढ़ाने और जनपद को गौरवान्वित करने में दो बीसी सखियों को शासन ने अपना चेहरा बनाया है। एनआरएलएम की महत्वाकांक्षी बीसी सखी योजना की सफलता की इनके काम से पहचान होने लगी है। गिरिजा देवी बीसी सखी का शासन में चेहरा बनीं तो इस योजना के संचालन से लेकर अबतक प्रदेश में सार्वाधिक लेनदेन में कल्पना तिवारी मिसाल बनकर सामने खड़ी हुई हैं।
शासन के काम और जुबान पर इन दोनों महिलाओं की बदौलत अंबेडकरनगर की तरक्की नजर आने लगी है। बीसी सखी के रिक्त पदों को भरने और योजना के प्रचार-प्रसार के लिए प्रदेश स्तर पर जारी विज्ञापन में शासन ने अकबरपुर ब्लाक के गांव छितूनी की बीसी सखी गिरिजा देवी को अपने प्रसार माध्यम में चेहरा बनाते हुए स्थान दिया है। प्रदेश के 75 जनपदों में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले 10 जिलों को चुना गया। इन दस जिलों में चयनित करते हुए अंबेडकरनगर की गिरिजा देवी की तस्वीर को लगाया गया है। जिले को गौरवान्वित करने वाली दूसरी बीसी सखी की चर्चा शासन के गलियारे में गूंज रही है। यह कामयाबी भीटी तहसील के गांव भीटी की बीसी सखी कल्पना तिवारी की झोली में गिरी। योजना प्रारंभ होने से अबतक कल्पना ने प्रदेश में सार्वाधिक दो करोड़ 10 लाख रुपये का लेन-देन कर ग्रामीणों को लाभांवित किया है। गत दिनों शासन में समीक्षा के दौरान अपर मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने सूबे के अन्य जिलों को इनसे प्रेरणा लेने के लिए कहा है। दोनों बीसी सखियों की कार्य कुशलता प्रदेश में नजीर बनी तो अधिकारियों-कर्मचारियों में उल्लास का माहौल है। इस उपलब्धि पर जिलाधिकारी सैमुअल पॉल व मुख्य विकास अधिकारी घनश्याम मीणा गदगद हो गए। दोनों महिलाओं को बधाई देते हुए उनके कार्यों की सरहाना की। भविष्य में प्रगति के पथ पर ऐसे ही बढ़ते रहने के लिए सबको प्रेरित किया। एनआरएलएम उपायुक्त आरबी यादव ने बताया कि इन दोनों होनहार बीसी सखियों को सम्मानित करेंगे।