जागरूकता ही जलजनित बीमारियों से बचाव
अंबेडकरनगर्र : राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशन के अधीनस्थ गठित पेयजल एवं स्वच्छता सहयोग संगठन के
अंबेडकरनगर्र : राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशन के अधीनस्थ गठित पेयजल एवं स्वच्छता सहयोग संगठन के माध्यम से ग्राम पंचायत स्तर पर अभियान चलाया गया। ग्राम पेयजल एवं स्वच्छता समितियों के सदस्यों व आम जनमानस के अंतर वैयक्तिक संवाद स्थापित किया गया। जेई/एईएस व ग्रामीणों को फ्लोरोसिस एवं आर्कोनेसिस नामक बीमारियों को कम करने तथा जलजनित बीमारियों की रोकथाम तथा नियंत्रण के बारे में जानकारी दिए जाने के साथ ही प्रचार-प्रसार किया गया। जल जांच विशेषज्ञ अर¨वद मिश्र ने पेयजल जांच करते हुए दूषित होने वाले दुष्प्रभाव से ग्रामीणों को अवगत कराया। पेयजल शुद्धीकरण संयत्र, आर्सेनिक-फ्लोराइड रिमूवल यूनिट की जानकारी के अलावा रोग के लक्षण एवं रोकथाम के बाबत विस्तृत जानकारी दी। प्रशिक्षक आशुतोष पांडेय एवं सिद्धू ने उथले व गहरे हैंडपंप का जैविक प्रदूषण से बचाव करने से बात बनेगी। हैंडपंप की सतह शौचालय से ऊंची हो, हैंडपंप के पास नहाने, कपड़े अथवा बर्तन नहीं धोया जाए। इसके अलावा हैंडपंप का चबूतरा क्षतिग्रस्त नहीं होना चाहिए और जल निकासी के लिए नाली हमेशा साफ रहनी चाहिए। इससे मच्छर के लार्वा पनपने की संभावना नहीं रहती। कहा कि स्वच्छता ही रोगों से बचाव का उत्तम माध्यम है। यहां जिलाजीत, अशोक कुमार, पन्नालाल, रामलौट, गंगाराम, परशुराम आदि उपस्थित थे।