Ambedkarnagar News: स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 के नतीजे- अकबरपुर, टांडा, किछौछा, इल्तिफातगंज में घटी गंदगी
शनिवार को जारी केंद्र सरकार की स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 के नतीजे में अकबरपुर टांडा किछौछा और इल्तिफातगंज में गंदगी घटी है। वहीं जलालपुर में गंदगी बढ़ना पाया गया है। इन नतीजों में नगर पालिका अकबरपुर को एक लाख से ज्यादा आबादी के शहरों में 209वीं रैंक मिली है।
अंबेडकरनगर, जागरण संवाददाता। शहरों को स्वच्छ रखने में सरकार बजट पानी की तरह बरसा रही है। शनिवार को जारी केंद्र सरकार की स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 के नतीजे में अकबरपुर, टांडा, किछौछा और इल्तिफातगंज में गंदगी घटी है। वहीं जलालपुर में गंदगी बढ़ना पाया गया है। इन नतीजों में नगर पालिका अकबरपुर को एक लाख से ज्यादा आबादी के शहरों में 209वीं रैंक मिली है। बीते वर्ष निकाय 217वीं रैंक पर थी। इस बार निकाय ने आठ पायदान की उछाल लगाई है।
पांच वर्ष पूर्व 2017 में पालिका स्वच्छता रैंकिंग में 337वां स्थान था। ऐसे में पांच वर्षों में निकाय ने केंद्रीय रैंकिंग में 128 अंक ऊपर उठी है। स्वच्छ सर्वेक्षण में भाग लेने वाली जिले की तीन नगर पालिकाओं और दो नगर पंचायतों में सबसे निराशाजनक प्रदर्शन नगर पालिका जलालपुर का रहा।
पिछले वर्ष 72वीं रैंकिंग पर रहने वाले निकाय को इस वर्ष 144वां स्थान मिला है। जबकि टांडा नगर पालिका ने गत वर्ष 56वें स्थान से तीन अंक का इजाफा कर 53वीं रैंक पर पहुंच गया। 25 हजार से 50 हजार की आबादी वाले निकाय में गत वर्ष 192वीं रैंक वाली नगर पंचायत किछौछा ने 119 अंक की छलांग लगा इस वर्ष केंद्रीय रैंकिंग में 73वें पायदान पर पहुंच गई है। वहीं नगर पंचायत किछौछा ने बीते वर्ष 192वीं रैंक से 186 अंक की बढ़त के साथ 79वां स्थान हासिल किया है।
रैंकिंग में पिछड़ने के यह बने कारण
स्वच्छता रैंकिंग में शहर को गारबेज फ्री होने के साथ सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट को देखा जाता है। लेकिन किसी निकाय के पास ये दोनों व्यवस्था पूर्ण नहीं है। नगर पालिका अकबरपुर में डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन का कार्य कराया जा रहा है।
कूड़ा निस्तारण का प्लांट अभी भी नहीं लग पाना, स्वच्छता रैंकिंग में गिरावट में अहम भूमिका रही। यहीं नहीं किसी भी निकाय में अभी तक एसटीपी प्लांट नहीं बना है। ऐसे में नालों का गंदा पानी सीधे नदियों में जाना निकायों के प्रदर्शन पर बड़ा असर डाला।
कई निकायों में नहीं हो पाया सुधार
सिटीजन वायस में किसी आपदा या बीमारी को लेकर निकाय के क्या इंतजाम हैं? सहित सीनियर सिटीजन की राय ली जानी थी। इस श्रेणी में भी निकाय के पाश एरिया में चाहे लोगों ने सुविधाओं के लिए अच्छी राय दी होगी, लेकिन अन्य निकाय के हालात में कुछ सुधार नहीं हो पाया है। इसके अलावा कई निकायों में नागरिकों की तरफ से स्वच्छता एप के माध्यम से लिखाई गई शिकायतों को 24 घंटे में निस्तारित नहीं किया गया।
ईओ बोली- और बेहतर होंगे परिणाम
अकबरपुर नगर पालिका की ईओ बीना सिंह ने कहा, स्वच्छता रैंकिंग बढ़ाने के लिए निरंतर बेहतर कार्य कराया जा रहा है। पिछले वर्ष से इस वर्ष आठ पायदान में बढ़ोतरी हुई है। ठोस कचरे के प्रबंधन के साथ फीकल प्लांट के निर्माण पूरा हो जाने के बाद 2023 में स्वच्छता रैंकिंग के परिणाम और बेहतर होंगे।