लड़ाई हुई दो परिवारों के बीच, पुलिस ने निर्दोष युवक को बेरहमी से पीटा, हो गई मौत
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि बेवाना थाने में आरोपी सिपाहियों पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। डीएम ने कहा कि प्रकरण की मजिस्ट्रेटी जांच एडीएम को सौंपी गई है। उधर मुकदमे के बाद से ही दोनों सिपाही फरार हैं।
अंबेडकरनगर, जागरण संवाददाता। उत्तर प्रदेश के अंबेडकरनगर जिले के बेवाना गांव में बुधवार रात एक युवक की पीट-पीटकर हत्या किए जाने का मामला सामने आया है। स्थानीय पुलिस के दो कर्मचारियों पर युवक को बेरहमी से पीटने का आरोप है। परिजनों का कहना है कि दोनों पुलिस कर्मियों के खिलाफ निर्दोष युवक की हत्या के लिए कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। वहीं स्थानीय विधायकों ने भी इस मामले को की पुलिस की बर्बरता बताते हुए विधानसभा में उठाने की बात कही है।
जानकारी के अनुसार, बेवाना गांव में बुधवार की रात दो परिवारों के बीच हो रहे झगड़े की सूचना मिलने पर पास के थाने से दो सिपाही मिथिलेश यादव और अरविंद कुमार मौके पर पहुंचे थे। हालांकि झगड़ा करने वाले दोनों पक्ष पुलिस कर्मियों के पहुंचने से पहले ही वहां से भाग चुके थे।
ऐसे में सिपाहियों ने एक घर के बाहर खड़े अकबरपुर के सोनगांव निवासी प्रवेश कुमार को पकड़ लिया और कहासुनी के बाद लाठी और लात-घूंसों से पीटने लगे। आरोप है कि दोनों सिपाहियों ने प्रवेश को बेरहमी से पीटा और उसे अधमरा छोड़कर वहां से चले गए। प्रवेश के परिजन उसे जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद सीओ सिटी सुरेंद्र कुमार मिश्रा ने जिला अस्पताल पहुंचकर मामले की जांच की। उन्होंने प्रवेश की बहन कमला देवी की तहरीर पर मामले में आरोपी दोनों सिपाहियों के खिलाफ हत्या, एससी-एसटी के तहत मुकदमा दर्ज किया। युवक की बहन कमला देवी ने कहा कि बचपन में मां की मौत होने के बाद मैंने ही प्रवेश की परवरिश की थी। मेरा विवाह होने के बाद प्रवेश मुझसे मिलने के लिए ससुराल आता-जाता रहता था।
परिजनों ने किया हंगामा
गुरुवार सुबह जिला अस्पताल में पुलिस कर्मी जब पोस्टमार्टम के लिए प्रवेश का शव लेने पहुंचे तो परिजनों ने हंगामा कर दिया। परिजनों ने आरोपी सिपाहियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। इस पर जिलाधिकारी सैमुअल पॉल और पुलिस अधीक्षक अजीत कुमार सिन्हा ने युवक के परिजनों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे नहीं माने। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि बेवाना थाने में आरोपी सिपाहियों पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। डीएम ने कहा कि प्रकरण की मजिस्ट्रेटी जांच एडीएम को सौंपी गई है। उधर, मुकदमे के बाद से ही दोनों सिपाही फरार हैं।
विधायकों ने की निंदा, प्रमुख सचिव को भेजा पत्र
सिपाहियों की पिटाई से प्रवेश की मौत को स्थानीय समेत आसपास के क्षेत्र के विधायकों ने पुलिस की बर्बरता बताया है। कटेहरी से सपा विधायक लालजी वर्मा, अकबरपुर विधायक रामअचल राजभर, आलापुर विधायक त्रिभुवन दत्त ने प्रदेश के प्रमुख सचिव गृह को पत्र भेजकर पूरे मामले की निष्पक्ष जांच और दोषी पुलिस कर्मियों पर दंडात्मक कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने मामले को विधानसभा में उठाने की बात भी कही है।