दो दिन में पकड़े गए 11 बंदर
अंबेडकरनगर : नगरपालिका टांडा क्षेत्र में आतंक का पर्याय बने बंदरों को पकड़ने में टीम क
अंबेडकरनगर : नगरपालिका टांडा क्षेत्र में आतंक का पर्याय बने बंदरों को पकड़ने में टीम को मशक्कत करनी पड़ रही। दो दिनों में 11 बंदर पकड़े जा सके हैं, जबकि 40 बंदरों को पकड़ने का लक्ष्य है।नगरपालिका क्षेत्र में आतंक का पर्याय बने बंदरों को पकड़ने के लिए लखनऊ से पांच सदस्यीय टीम बुधवार से नगर के कस्बा पूरब मोहल्ला में बंदरों को पकड़ने का काम कर रही है। बुधवार को दिन भर की मेहनत में चार बंदर ही टीम पकड़ सकी थी। गुरुवार को आठ बजे सुबह टीम बंदरों को पकड़ने कस्बा पूरब मोहल्ला में पहुंची। चार साथियों को पकड़ने के बाद बंदर भी कुछ चालक हो गए। टीम ने सड़क के किनारे एक मकान के पास पिजड़ा लगाया। पिजड़े के पास डाले गए चारे को खाकर कई बंदर चले गए। बंदरों की चालाकी देख टीम भी हैरत में रही। फिलहाल पिजड़ा हटाकर कुछ दूर पर लगाने के बाद कई बंदर पिजड़े में रखे चारे को खाने उतरे और फंस गए। दो दिनों की मशक्कत में 11 बंदर फंसे हैं। इन बंदरों को एक बड़े पिजड़े में रखा जा रहा है। पकड़े गए बंदरों को गोंडा के टिकरी जंगल में छोड़ा जाएगा। अधिशासी अधिकारी आशीष ओझा ने बताया कि बंदरों को पकड़ने का काम जारी रहेगा।