बहरिया में युवक की हत्या, माइनर में मिली लाश, रात में शराब पार्टी में गया था Prayagraj News
वहां पहुंचे दो लोगों ने अनिल से कहा कि चलो पी-खा लो। इसके बाद उन लोगों के साथ अनिल चला गया तो फिर वापस नहीं लौटा। माइनर में उसकी लाश मिली।
प्रयागराज, जेएनएन। बहरिया थाना क्षेत्र में एक युवक की हत्या कर दी गई। बसौढ़ा माइनर में रविवार की शाम को उतराती लाश मिली। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव के साथ ही बगल खून लगे डंडे को कब्जे में ले लिया। बिलखते परिजन भी वहां पहुंचे। उन्होंने बताया कि शनिवार की रात में पार्टी में शामिल होने घर से निकला था। उसके बाद घर नहीं लौटा। हालांकि फौरी तौर पर मामला आशनाई से जोड़ा जा रहा है। फिलहाल पुलिस तहकीकात कर रही है।
दो लोगों ने अनिल से कहा कि चलो पी-खा लो
बहरिया थाना क्षेत्र के रुहेरा ग्राम सभा निवासी बाबा यादव का 30 वर्षीय पुत्र अनिल यादव दूधिया था। अनिल की पत्नी सुनीता ने वहां पहुंचे क्षेत्राधिकारी उमेश शर्मा और बहरिया के थाना प्रभारी निरीक्षक मनोज पाठक से बताया कि शनिवार की रात क़रीब 11 बजे मड़ाई का गेहूं ढो रहा था। वह उसे खाना खाने के लिए बुलाने गई थी। इसी दौरान वहां पहुंचे दो लोगों ने अनिल से कहा कि चलो पी-खा लो। इसके बाद उन लोगों के साथ अनिल चला गया तो फिर वापस नहीं लौटा। रात के 12 बजे तक जब वह घर नहीं लौटा तो उसके भांजे ने फोन किया तो अनिल ने कहा कि वह सार्थियों के साथ पार्टी में है। इसके बाद उसका कुछ पता नहीं चला।
अनिल का गला लुंगी से कसा था, खून लगा डंडा पड़ा था
सुबह से अनिल का परिवार के लोगों से संपर्क नहीं हुआ तो वह अनहोनी की आशंका से परेशान हो गए। उसकी खोजबीन की जाने लगी। अभी परिवार के लोग अनिल को खोज ही रहे थे कि तुलसीपतीगंज के निकट ग्रामीणों ने एक युवक की उतराती लाश देखी। उसका गला लुंगी से कसा था। कुछ ही देर में वहां भीड़ जुट गई। इसी बीच सूचना पाकर वहां पुलिस पहुंची और शव को बाहर निकलवाया। उसकी शिनाख्त करने का पुलिस ने प्रयास किया तो पहचान अनिल यादव के रूप में हुई। माइनर के पास पुलिस को डंडा मिला जिस पर खून के निशान थे। पुलिस ने शव के साथ उसे भी कब्जे में ले लिया।
आशनाई काे लेकर हत्या की संभावना जताई जा रही
इसी बीच जानकारी होने पर अनिल के परिवार के सदस्य भी वहां पहुंचे। पहचान करने के बाद वह बिलखने लगे। आशनाई काे लेकर हत्या की संभावना जताई जा रही है। उधर अपने बड़े पिता रनधीर के साथ अनिल के दो मासूम बच्चे भी पहुंचे। उन दोनों यह नहीं समझ पा रहे थे कि सब रो क्यों रहे हैं, बस टकटकी लगाए सबको देख रहे थे। वहीं लोगों को रोता देख कभी वह भी रोने लगते थे। अनिल की हत्या से उसकी मां का रो-रोकर हाल बेहाल है। पुलिस मामले तहकीकात कर रही है।