प्रतापगढ़ में सैलून के लिए निकला युवक अगवा, पिता के मोबाइल पर कॉल कर मांगी गई 10 लाख की फिरौती
जितेंद्र शनिवार दोपहर एक बजे रामचंद्रपुर स्थित घर से स्वजनों को यह बताकर निकला कि वह सैलून पर जा रहा है लेकिन वह मीराभवन नहीं पहुंचा। इस बीच रविवार की सुबह सात बजे एक व्यक्ति ने जितेंद्र के पिता के माेबाइल पर फोन करके 10 लाख रुपये की फिरौती मांगी।
लीड पेज तीन-- युवक को अगवा करके मांगी 10 लाख की फिरौती
प्रयागराज, जेएनएन। यूपी के प्रतापगढ़ जिले में सैलून पर काम करने वाले एक युवक के अपहरण का सनसनीखेज मामला सामने आया है। युवक के पिता के मोबाइल पर रविवार सुबह कॉल करके 10 लाख रुपये की फिरौती मांगी गई है। घटना की जानकारी होने पर युवक के स्वजनों ने मीराभवन स्थित सैलून पर हंगामा किया। मौके पर पहुंची पुलिस घटना की जांच में जुटी है।
मीरा भवन स्थित सैलून पर करना था काम
अमेठी जिले के रामगंज थाना क्षेत्र के रामचंद्रपुर गांव निवासी जितेंद्र (19) पुत्र पप्पू गौतम शहर के मीराभवन चौराहे पर स्थित सलमान के सैलून में काम करता था। वह शनिवार को दोपहर एक बजे रामचंद्रपुर स्थित घर से स्वजनों को यह बताकर निकला कि वह सैलून पर जा रहा है, लेकिन वह मीराभवन नहीं पहुंचा। इस बीच रविवार को सुबह सात बजे एक व्यक्ति ने जितेंद्र के पिता को फोन करके 10 लाख रुपये फिरौती मांगी। दो दिन में पैसा नहीं देने पर हत्या करने की धमकी दी।
सैलून पर घरवालों ने किया हंगामा
इस पर जितेंद्र का पिता, चचेरा भाई अवधेश सहित स्वजन मीराभवन स्थित सैलून पर पहुंचे और सलमान से जितेंद्र के बारे में पूछा। सलमान ने उनसे बताया कि जितेंद्र ने शनिवार को तीन बजे फोन करके सैलून पर आने के लिए कहा था, लेकिन दुकान बंद होने के कारण उसने जितेंद्र को आने से रोक दिया था। जितेंद्र दुकान पर नहीं आया। इसी बीच बगल में स्थित आटो पार्टस की दुकान पर काम करने वाले मिस्त्री रवि कुमार ने यह कह दिया कि उसने रविवार को सुबह सात बजे जितेंद्र को देखा था।
प्रतापगढ़ पुलिस ने रामगंज अमेठी का मामला बताकर झाड़ा पल्ला
इसी बात पर स्वजन सैलून संचालक सलमान पर झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए हंगामा करने लगे। सूचना मिलने पर डायल 112 पुलिस, सिविल लाइन चौकी इंचार्ज कमलेश पांडेय, प्रभारी कोतवाल कमलेश कुमार और सीओ सिटी अभय पांडेय मौके पर पहुंचे। पुलिस जितेंद्र के स्वजनों से कहा कि मामला रामगंज थाना क्षेत्र का है, इसलिए जितेंद्र को अगवा करने के संबंध में रामगंज पुलिस से संपर्क करें। इसके बाद जितेंद्र के स्वजन यहां से चले गए। सलमान ने बताया कि जितेंद्र काम करने में लापरवाही करता था। इसलिए तीन दिसंबर को हिसाब करके उसे दुकान से हटा दिया था। प्रभारी कोतवाल कमलेश कुमार का कहना है कि मामला रामगंज का है, इसलिए जितेंद्र के परिवार के लोगों को रामगंज भेज दिया गया।