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एजी ऑफिस के संविदा कर्मी को पानी टंकी चौराहे पर गोली मारी, जख्‍मी Prayagraj News

पानी टंकी चौराहे पर वह ओवरब्रिज के पास पहुंचा तभी उस पर पीछे से फायर किया गया। वह घायल होकर गिर गया। राहगीरों ने उससे नंबर पूछकर घर में फोन से जानकारी दी।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Sat, 30 Nov 2019 09:46 PM (IST)Updated: Sun, 01 Dec 2019 07:34 AM (IST)
एजी ऑफिस के संविदा कर्मी को पानी टंकी चौराहे पर गोली मारी, जख्‍मी Prayagraj News
एजी ऑफिस के संविदा कर्मी को पानी टंकी चौराहे पर गोली मारी, जख्‍मी Prayagraj News

प्रयागराज, जेएनएन । एजी कार्यालय के संविदा कर्मचारी आलोक कुशवाहा (35) को शनिवार की रात में पानी टंकी चौराहे पर गोली मार दी गई। वह साइकिल से घर लौट रहा था तभी पीछे से फायर किया गया। गोली उसके सिर में फंसी रही। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अभी यह पता नहीं चल सका है कि वारदात को अंजाम किसने दिया है।

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बेनीगंज का रहने वाला है वीरेंद्र, पीछे से बदमाशों ने मारी गोली

बेनीगंज में रहने वाले वीरेंद्र कुशवाहा के चार पुत्रों में बड़ा आलोक एजी कार्यालय में संविदा पर कार्यरत है। परिवार में पत्नी सुषमा और छह साल का बेटा अभि है। बताया गया कि आलोक एजी कार्यालय (लेखा) की वरिष्ठ महिला अधिकारी के बंगले पर काम करता है। शनिवार देर शाम करीब पौने सात बजे वह साइकिल से घर लौट रहा था। पानी टंकी चौराहे पर वह ओवरब्रिज के पास पहुंचा तभी उस पर पीछे से फायर किया गया। वह घायल होकर गिर गया।

कॉल्विन अस्‍पताल में कराया गया भर्ती

राहगीरों ने उससे नंबर पूछकर घर में फोन से जानकारी दी। साथ ही एंबुलेंस में आलोक को कॉल्विन अस्पताल पहुंचा दिया। उस समय लोगों ने समझा था कि वह किसी गाड़ी से टक्कर लगने पर गिरा है मगर अस्पताल में डॉक्टरों ने चेकअप किया तो सिर पर पीछे गोली फंसी दिखी।

गोली दूर से मारी गई जिसकी आलोक की जान बच गई

इस बीच खबर पाकर परिवार के लोग भी अस्पताल पहुंच गए। आलोक को एसआरएन अस्पताल स्थित ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया। वहां एसपी सिटी बृजेश श्रीवास्तव, एसपी क्राइम आशुतोष मिश्रा, खुल्दाबाद और सिविल लाइंस थाना प्रभारी पहुंच गए। घटनास्थल सिविल लाइंस थाना क्षेत्र में है। डॉक्टरों ने आलोक की हालत खतरे से बाहर बताई है। उसके सिर में फंसी गोली प्वाइंट 32 बोर की मानी जा रही है। उसे ऑपरेशन के जरिए निकाला जाएगा। यानी उस पर अवैध पिस्टल से फायर किया गया था। पुलिस का अनुमान है कि गोली दूर से मारी गई जिसकी वजह से तीव्रता कम होने से आलोक की जान बच गई। वरना गोली सिर से पार हो जाती। परिवार के लोग किसी से दुश्मनी या रंजिश नहीं बता सके हैैं। क्राइम ब्रांच भी जांच में जुटी है।

पत्नी को फोन करने वाले पर है शक

पुलिस को परिवार के लोगों से पता चला है कि छोटा बघाड़ा इलाके का एक युवक दो महीने पहले तक आलोक की पत्नी को अक्सर फोन करता था। आलोक से भी उसकी फोन पर झड़प हो चुकी थी। उसका नाम अर्जुन बताया गया है। सिविल लाइंस थाना प्रभारी रवींद्र प्रताप सिंह का कहना है कि इस एंगल पर भी जांच हो रही है। उसे खोजा जा रहा है।


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