ऐसा क्या कारण था कि नर्सिंग होम में खुद का गला रेत मौत को चूमा
कुछ दिन पहले उसके पैर में लोहे की कील घुस गई थी। इंफेक्शन फैला तो डॉक्टरों ने कहा कि पैर काटना पड़ सकता है। इससे परेशान होकर उसने अस्पताल में गला रेतकर आत्महत्या कर ली।
प्रयागराज, जेएनएन। अलशिफा नर्सिंग होम में भर्ती नौशाद अहमद (42) ने शनिवार देर रात चाकू से अपना गला रेत लिया। इससे उसकी मौत हो गई। रविवार सुबह घटना की जानकारी होने पर खलबली मच गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने छानबीन के बाद परिजनों को ढांढस बंधाया।
कुछ दिन पहले उसके एक पैर में लोहे की कील घुस गई थी
खुल्दाबाद थाना क्षेत्र के अटाला मुहल्ले में रहने वाला नौशाद पुत्र स्व. मो. हफीज अहमद बिरयानी की दुकान लगाता था। उसका निकाह नहीं हुआ था। कहा जा रहा है कि कुछ दिन पहले उसके एक पैर में लोहे की कील घुस गई थी। इससे इंफेक्शन हो गया था। हालत खराब होने पर उसे दरियाबाद स्थित अलशिफा नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया था। डॉक्टरों ने परिजनों को बताया था कि नौशाद का ऑपरेशन करके पैर काटा भी जा सकता है। इससे वह परेशान हो गया था।
अस्पताल पहुंचे परिजन पहुंचे तो हालत देख दंग रह गए
शनिवार रात उसके साथ तौफीक भी अस्पताल में था। रात करीब डेढ़ बजे तौफीक अपने घर चला गया। इसी बीच नौशाद ने फल काटने वाले चाकू से अपना गला रेत लिया। खून अधिक बहने से उसकी मौत हो गई। रविवार सुबह जब घर वाले अस्पताल पहुंचे तो उसकी हालत देख दंग रह गए। खबर पाकर चौकी प्रभारी पंकज भास्कर भी पहुंच गए और मरीज के कमरे से खून लगा चाकू बरामद किया।
बोले इंस्पेक्टर बीमारी से परेशान होकर उठाया कदम
इंस्पेक्टर अतरसुइया जयचंद्र शर्मा का कहना है कि घरवालों ने लिखकर दिया है कि बीमारी से परेशान होकर नौशाद ने खुद का गला काटकर जान दी है। किसी तरह कोई आरोप नहीं लगाया है। उधर, उसकी मौत से मां जौहरा बीवी, भाई और बहनें बिलखती रहीं।
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