Crime in Prayagraj : फिरौती मांगने से किया इंकार तो गला घोंटकर मार डाला, लाश दफना रहे थे तभी पहुंच गई पुलिस
वह रविवार शाम से गायब था। उसे मौत के घाट उसके कुछ परिचितों ने ही उतारा। पहले उसे बहाने से बुलाकर अपने साथ ले गए। फिर उससे अपने घरवालों से रुपये मांगने के लिए कहा। इन्कार करते हुए वह फिरौती मांगने वालों से भिड़ा तो उसका कत्ल कर दिया गया।
प्रयागराज, जेएनएन। यमुनापार इलाके में खीरी थाना क्षेत्र के लालतारा सिलौधी गांव के रहने वाले एक छात्र की तार से गला कसकर हत्या कर दी गई। वह रविवार शाम से गायब था। उसे मौत के घाट उसके कुछ परिचितों ने ही उतारा। पहले उसे बहाने से बुलाकर अपने साथ ले गए। फिर उससे अपने घरवालों से रुपये मांगने के लिए कहा। इन्कार करते हुए वह फिरौती मांगने वालों से भिड़ा तो उसका कत्ल कर दिया गया। उसके शव को ठिकाने लगाने के लिए घर में ही गड्ढा खोदा गया, लेकिन ऐन मौके पर पहुंची पुलिस ने उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया। मामले में दो युवतियों समेत छह लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है।
कोरांव स्थित एक घर में मिला शव, ग्रामीणों ने किया रास्ताजाम
खीरी थाना क्षेत्र के लालतारा सिलौधी गांव निवासी शिवम सोनी (21) पुत्र गया प्रसाद सोनी बीए का छात्र था। रविवार शाम वह घर से निकलकर गांव स्थित नहर पुलिया पर बैठा था। उसी समय एक बाइक सवार उसके पास आया और उसे अपने साथ ले गया। इसके बाद से शिवम का पता नहीं चला। स्वजनों ने रात को सूचना पुलिस को दी तो उसकी तलाश शुरू की गई। इसी बीच एक किशोर ने शिवम को ले जाने वाले बाइक सवार की कद काठी के बारे में बताया। एसओ खीरी संतोष कुमार सिंह ने शिवम के मोबाइल की कॉल डिटेल खंगाली तो सोमवार देर रात पता चला कि आखिरी बार उसकी कोरांव के पथरा पहाड़ी के रहने वाले एक युवक से बात हुई थी। मंगलवार भोर में पुलिस उस युवक के घर पहुंची तो बताया गया कि वह गांव के ही दूसरे युवक के यहां है। पुलिस यहां पहुंची तो कमरे में शिवम की लाश पड़ी थी। तार से गला कसकर उसे मारा गया था। वहीं पास में एक गड्ढा खोदा गया था, जहां उसकी लाश दफन करने की तैयारी थी। यह देख पुलिस सन्न रह गई। शव को सील करने के साथ ही चार युवक और दो युवतियों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया।
खबर से परिवार में मचा हाहाकार
उधर, शिवम की लाश मिलने की जानकारी उसके स्वजनों को हुई तो वह रोने-बिलखने लगे। गांव के लोगों ने लालतारा रोड पर रास्ताजाम कर दिया। कुछ ही देर में मौके पर पहुंची एसपी यमुनापार सौरभ दीक्षित ने रास्ताजाम कर रहे लोगों को समझाकर शांत कराया। आश्वासन दिया कि हत्यारों को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा। शिवम की हत्या किन कारणों से की गई, इस बारे में पुलिस अभी कुछ नहीं बता रही है। वहीं, सूत्रों का कहना है कि हत्यारे शिवम के परिचित थे। शिवम परिवार में इकलौता पुत्र था। उसे बहाने से हत्यारे अपने साथ ले गए थे। वहां ले जाकर उससे कहा कि वह अपने घरवालों से लाखों रुपये मंगवाए, तभी उसे छोड़ेंगे। यह सुनकर शिवम विरोध करने लगा और भागने की कोशिश की। जिस पर हत्यारों से उसकी हाथापाई हुई और फिर तार से गला कसकर उसे मौत के घाट उतार दिया गया। एसपी यमुनापार सौरभ दीक्षित का कहना है कि कुछ संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है और जल्द ही पूरे प्रकरण का राजफाश किया जाएगा।
इकलौता पुत्र था शिवम
गया प्रसाद सोनी तीन भाई हैं। सभी की पुत्रियां हैं। गया प्रसाद का पुत्र शिवम तीनों परिवार में अकेला था। उसकी पांच सगी बहनें हैं, जिसमें नीलम, सोनम, सुगम, शैलपुत्री, सत्यम हैं। इसमें शिवम दूसरे नंबर का था। उसकी हत्या के बाद उसकी मां सुदामा देवी और बहनों की रो-रो कर हालत खराब है।
मुंहमांगी देंगे रकम
पूरे परिवार में शिवम एकलौता था, जिस कारण गया प्रसाद के साथ ही उसके भाई भी उसे बहुत प्यार करते थे। शिवम की हर मांग वह पूरी करने में हिचकिचाते नहीं थे। चचेरी बहनें भी हमेेशा उसे सगा भाई समझती थीं। यह बात हत्यारों का पता थी। शिवम को छुड़वाने के लिए मुंहमांगी कीमत मिल सकती थी, जिस कारण यह साजिश रची गई थी।
नकली नोट में भी गए थे जेल
जिसके यहां शिवम की लाश मिली है, वह अपराधी प्रवृत्ति का है। एसओ खीरी के मुताबिक वह नकली नोट के मामले में जेल गया था। उसके साथी भी पकड़े गए थे। इसके अलावा उसके खिलाफ दर्ज और भी आपराधिक मामलों के बारे में पता लगाया जा रहा है।