प्रयागराज में यशस्वी प्रधानों का सम्मानों का सम्मान, 22 प्रधानों को बेहतर कार्यों के लिए किया गया है नामित
प्रयागराज मंडल के तीन जिलों प्रयागराज प्रतापगढ़ व कौशांबी से आई प्रविष्टियों में से ज्यूरी ने 22 यशस्वी प्रधानों का चयन किया था जिन्हें सोमवार को सम्मानित किया गया। अगले चरण में राज्य स्तर पर स्पर्धा में चयनित प्रधान शामिल होंगे।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। ग्राम्य विकास की सोच और कार्यशैली को सम्मान देने के लिए दैनिक जागरण और अल्ट्राटेक सीमेंट के अभियान के तहत 'यशस्वी प्रधान' सोमवार को सम्मानित किए गए। इसके लिए केपी कालेज मैदान स्थित केजीएफ विला एंड वैैंक्वेट में समारोह आयोजित किया गया। इसमें निर्णायक मंडल की ओर से क्षेत्रीय स्तर पर प्रयागराज, प्रतापगढ़ व कौशांबी जिले से चुने गए 22 यशस्वी प्रधानों को सम्मानित किया गया।
25 अप्रैल तक आनलाइन प्रविष्टियां ली गई थीं : फूलपुर की सांसद केशरी देवी, मंडलायुक्त संजय गोयल और जिला पंचायत अध्यक्ष प्रयागराज डा. वीके सिंह की गरिमामयी उपस्थिति में यशस्वी प्रधानों को सम्मानित किया गया। अभियान के तहत पूरे प्रदेश को आठ क्षेत्रों में बांट कर सभी जिलों से 25 अप्रैल तक आनलाइन प्रविष्टियां ली गई थीं। इसमें प्रधानों से कार्य विवरण और कार्यों की तस्वीर समेत ब्योरा लिया गया था।
ज्यूरी ने तीन जिलों के 22 यशस्वी प्रधानों का चयन किया : प्रयागराज मंडल के तीन जिलों प्रयागराज, प्रतापगढ़ व कौशांबी से आई प्रविष्टियों में से ज्यूरी ने 22 यशस्वी प्रधानों का चयन किया। समारोह में ज्यूरी सदस्य इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय में समाजशास्त्र विभाग के अध्यक्ष प्रो.आशीष सक्सेना तथा प्रतापगढ़ में कुंडा के शहाबपुर निवासी ग्राम्य विकास विभाग के मास्टर ट्रेनर चयन प्रक्रिया से अवगत कराएंगे। अगले चरण में राज्य स्तर पर स्पर्धा में चयनित प्रधान शामिल होंगे। इस चरण में आठ क्षेत्रों के 160 प्रधानों का मूल्यांकन कर 20 प्रधानों को राज्य स्तर पर यशस्वी प्रधान घोषित किया जाएगा।
पैनल डिस्कशन में पाएंगे विकास से जुड़ी समस्याओं का समाधान : समारोह में 'ग्रामोदय से राष्ट्रोदय' विषयक पैनल डिस्कशन हुआ। इसमें जिला पंचायत राज अधिकारी प्रयागराज आलोक कुमार सिन्हा, जल संचय विशेषज्ञ, प्रतापगढ़ समाज शेखर तथा कृषि विज्ञानी कौशांबी डा. मनोज कुमार ग्राम विकास से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की। गांव के विकास से राष्ट्र के विकास को लेकर मंथन होगा। ग्राम्य विकास से जुड़ी समस्याओं व जिज्ञासाओं का समाधान भी किया गया।