प्रयागराज का यमुना तट त्रिवेणी महोत्सव से फिर गुलजार होगा, आठ वर्ष से बंद है सांस्कृतिक आयोजन
2014-15 में त्रिवेणी महोत्सव पर विराम लग गया था। कम समय में त्रिवेणी महोत्सव की चर्चा देश भर में होने लगी थी। महोत्सव के माध्यम से क्षेत्रीय कलाकारों को अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका तो मिलता ही था। फिल्मी दुनिया के भी नामचीन कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन करते थे।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। संगीत प्रेमियों के लिए अच्छी खबर है। प्रयागराज स्मार्ट सिटी में यमुना तट पर एक बार फिर त्रिवेणी महोत्सव गूंजेगा। त्रिवेणी महोत्सव को शुरू करने की कार्य योजना बनाई जा रही है। यह महोत्सव न केवल संगम की संस्कृति, बल्कि देश की एकता का भी एहसास दिलाएगा। इससे इस सांस्कृतिक गतिविधियों में लोग झूम सकेंगे।
महोत्सव में देशभर के कलाकारों का होता है जमघट : 2014-15 में त्रिवेणी महोत्सव पर विराम लग गया था। कम समय में त्रिवेणी महोत्सव की चर्चा देश भर में होने लगी थी। त्रिवेणी महोत्सव के माध्यम से क्षेत्रीय कलाकारों को अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका तो मिलता ही था। फिल्मी दुनिया के भी नामचीन कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन करते थे।
महोत्सव आयोजन में एक करोड़ की लागत : त्रिवेणी महोत्सव शुरू करने की जानकारी मेलाधिकारी और पीडीए वीसी अरविंद चौहान ने मीडिया को दिया। संगम नोज पर फ्रूट मार्केट, झूला पार्क और पार्किंग और त्रिवेणी महोत्सव सहित अन्य गतिविधियों को शुरु करने को लेकर मेलाधिकारी ने अधिकारियों,कारोबारियों के मेला प्राधिकरण कार्यालय में बैठक किया। त्रिवेणी महोत्सव में लगभग एक करोड़ रुपये से अधिक की लागत आती है।
15 दिन बाद शुरू हो जाएगी आनलाइन बुकिंग : संगम क्षेत्र में नाव की आनलाइन बुकिंग के लिए 15 दिनों के भीतर आनलाइन बुकिंग शुरू हो जाएगी। इसके लिए मेला प्राधिकरण की ओर से वेबसाइड तैयार कराई जा रही है। मेलाधिकारी ने बताया कि नाव के साथ मोटर वोट की भी बुकिंग आनलाइन कर सकेंगे।