गजब : पेन, दातून का भी ऑक्सीजन लेवल 97 से 99
जागरण संवाददाता प्रयागराज कोरोना काल में होम आइसोलेशन की सुविधा मिलने के बाद तमाम लोग घर पल्स आक्सीमीटर रखने लगे हैं।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज: कोरोना काल में होम आइसोलेशन की सुविधा मिलने के बाद तमाम लोग घर में ही पल्स ऑक्सीमीटर रखने लगे हैं। इससे बाजार में इसकी मांग बढ़ गई है। नकली पल्स ऑक्सीमीटर के कारोबारी भी चांदी काट रहे हैं। तमाम मेडिकल स्टोरों पर नकली पल्स ऑक्सीमीटर धड़ल्ले से बिक रहा है। ऐसे पल्स ऑक्सीमीटर में ऑक्सीजन लेवल की रीडिग (97, 98, 99) निर्धारित (फीड) है। इसलिए इसके आसपास ही ऑक्सीजन लेवल दिखता है। दिलचस्प यह कि पेन हो अथवा दातून उसका ऑक्सीजन लेवल भी 97 से 99 के बीच मिलता है।
कोरोना महामारी का प्रकोप जैसे जैसे बढ़ा, पल्स ऑक्सीमीटर की मांग तेजी से बढ़ने लगी। होम आइसोलेशन की सुविधा दिए जाने के बाद तो इसकी डिमांड में तीन से चार गुना वृद्धि हुई। लोग घर में अपना ऑक्सीजन लेवल नापने के लिए इसे खरीद रहे हैं। ब्रांडेड कंपनी का पल्स ऑक्सीमीटर महंगा है। इसका फायदा उठाते हुए कंपनियों ने कम कीमत वाला नकली पल्स ऑक्सीमीटर बाजार में उतार दिया है। तथ्य से अनजान आम लोग गुणवत्ता नजरअंदाज करके इसे खरीद रहे हैं। दुकानदारों का दावा है कि नकली पल्स ऑक्सीमीटर से ऑक्सीजन की जांच सही नहीं है। वह फिक्स ऑक्सीजन लेवल ही बताता है। ऐसे में किसी का ऑक्सीजन लेवल कम होने पर पता नहीं चल सकेगा। यह उसके लिए खतरनाक हो सकता है। औषधीय निरीक्षक गोविंद लाल गुप्ता कहते हैं कि ऐसे पल्स ऑक्सीमीटर इलेक्ट्रो मैग्नेटिक होते हैं, जिसमें ज्यादा फर्क नहीं होता है। नकली पल्स से सही रीडिंग नहीं मिलेगी।
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कितना रेट (रुपये में)
-700-1400 ब्रांडेड
-300 नकली
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बयान--
ज्यादातर नकली पल्स ऑक्सीमीटर चायनीज हैं। उसमें तीन-चार रीडिग फिक्स है, जिससे पेन और दातून का ऑक्सीजन लेवल भी 97 से 99 के बीच बताता है। इसलिए लोगों को ब्रांडेड पल्स ऑक्सीमीटर ही खरीदना चाहिए।
अनिल दुबे, अध्यक्ष इलाहाबाद केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन।
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जल्द की टीम बनाकर नकली पल्स ऑक्सीमीटर बेचने वालों पर कार्रवाई की जाएगी। बाहर से भी नकली माल न आए, इसके लिए अन्य विभागों से भी संपर्क किया जाएगा।
गोविद लाल गुप्ता, औषधीय निरीक्षक।
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