प्रयागराज में समूह की महिलाएं आंगनबाड़ी केंद्र तक पहुंचा रहीं पोषाहार किट
पोषाहार बनाने के लिए शासन ने स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को जिम्मेदारी सौंपी है। जिले में कुल 14 हजार स्वयं सहायता समूह संचालित हैं। लेकिन इस काम में करीब 20 हजार महिलाओं को लगाया गया है। पोषाहार किट का वितरण सोमवार से कराया जाना था।
प्रयागराज,जेएनएन। स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं आंगनबाड़ी केंद्र तक पोषाहार बनाकर पहुंचाने लगी है। इसके पहले 1834 स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं ने कोटे की दुकान से चावल और गेहंू लेकर समूह स्तर पर दाल क्रय कर और दुग्ध सहकारी संघ (पीसीडीएफ) की ओर से मिल्क पाउडर व घी की पोषाहार किट बनाया। प्रशिक्षण प्राप्त महिलाओं ने बहरिया और फूलपुर समेत कई ब्लॉकों में इस किट का वितरण गुरुवार से शुरू कर दिया है।
दरअसल, पोषाहार बनाने के लिए शासन ने स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को जिम्मेदारी सौंपी है। जिले में कुल 14 हजार स्वयं सहायता समूह संचालित हैं। लेकिन, इस काम में करीब 20 हजार महिलाओं को लगाया गया है। पोषाहार किट का वितरण सोमवार से कराया जाना था। लेकिन, प्रशिक्षण के अभाव में समूहों की महिलाओं को पहले ट्रेनिंग दी गई। इसके बाद गुरुवार से पोषाहार वितरण शुरू कर दिया गया। बता दें कि शासन की ओर से सीधे समूह के खाते में भुगतान किया जाएगा। हालांकि अब तक इसकी रकम निर्धारित नहीं की जा सकी है। बताया जा रहा है कि एक दो दिन में तय कर दिया जाएगा।
पोषाहार किट में ये है सामग्री
छह माह से तीन वर्ष के बच्चों के लिए एक किलोग्राम चावल, 1.5 किलोग्राम गेहूं और 750 ग्राम दाल, 450 ग्राम देसी घी, सिकम्ड दूध 400 ग्राम, 03 से 06 वर्ष की आयु वाले बच्चों को एक किलोग्राम चावल, 1.5 किलोग्राम गेहूं और सिकम्ड दूध 400 ग्राम वितरण किया जाएगा। गर्भवती व स्तनपान कराने वाली महिलाओं को एक किलोग्राम चावल, दो किलोग्राम गेहूं, देसी घी 450 ग्राम व सिकम्ड दूध 750 ग्राम दिया जाएगा। गंभीर रूप से कुपोषित बच्चों को डेढ़ किलोग्राम चावल, ढाई किलोग्राम गेहूं, 500 ग्राम दाल, देसी घी 900 ग्राम व सिकम्ड दूध 750 ग्राम दिया जाएगा।