दुष्कर्म व हत्या कर यमुना में फेंकी गई युवती की नहीं हो सकी पहचान Prayagraj News
माघ मेला क्षेत्र में शनिवार को यमुना नदी के हड्डी घाट पर एक युवती का शव मिला था। दुष्कर्म के बाद हत्या की आशंका के तहत पुलिस ने शव कब्जे में लिया। हालांकि शिनाख्त नहीं हो सकी।
प्रयागराज, जेएनएन। गला घोंटकर हत्या के बाद माघ मेला इलाके में यमुना नदी में फेंकी गई युवती की पहचान तीन दिन बाद भी नहीं हो सकी है। कोई परिवार न तो पुलिस के पास पहुंचा और न ही पोस्टमार्टम हाउस। पुलिस शिनाख्त के लिए प्रयास कर रही है।
युवती के गले पर दबाव का निशान था
माघ मेला क्षेत्र में शनिवार सुबह एक नाविक ने हड्डी घाट से कुछ दूर उतराती लाश देखी थी तो पुलिस को सूचना दी। दारागंज पुलिस ने शव बाहर निकाला तो पता चला कि करीब 18 साल की युवती थी। उसके गले पर दबाव का निशान दिख रहा था। युवती ने लैगी, कुर्ती, स्वेटर और हरे मोतियों की माला पहनी थी। शव रखा गया है। पुलिस ने जनपद के सभी थानों के अलावा पड़ोसी जिलों की पुलिस को सूचना दी है लेकिन अब तक किसी ने संपर्क नहीं किया है। पुलिस ने बताया कि हो सकता है संकोच और बदनामी के चलते शिकायत नहीं की हो।
उतरांव में लाश बनी थी रहस्य
21 अगस्त की सुबह उतरांव में फोरलेन हाईवे के पास खेत में मिले युवती के शव की पहचान भी नहीं हो सकी थी। तकरीबन 22 साल की युवती की भी गला घोंटकर हत्या की गई थी। पुलिस ने टोल टैक्स के सीसीटीवी भी चेक किया था मगर कोई नतीजा नहीं निकल सका था।
युवती की मौत मामले में हत्या का केस
चक निरातुल मोहल्ले में अर्चना यादव (22) की ससुराल में फांसी लगाने से मौत के मामले में दहेज हत्या का नामजद मुकदमा दर्ज किया गया है। उतरांव के सौरा गांव निवासी दूधनाथ ने बेटी अर्चना का ब्याह चक निरातुल में रहने वाले शिवकुमार से चार साल पहले किया था। उसके दो बेटे हैं। उसने फांसी लगा ली थी। पिता दूधनाथ ने मुकदमा दर्ज कराया कि दहेज में पांच लाख रुपये नहीं दे पाने की वजह से उनकी बेटी की हत्या के बाद शव को फंदे से लटका दिया गया था। उनकी तहरीर पर खुल्दाबाद थाने में पति शिवकुमार, जेठ शरद यादव, जेठानी रेनू के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।