राखी बांधने मायके जा रही महिला शिक्षा मित्र पर मौत का झपट्टा, अनहोनी में पति भी गंभीर रूप से जख्मी
सरिता ने सोचा था कि रक्षाबंधन के एक दिन पहले ही मायके जाकर अपनों के बीच कुछ समय भी बिताएंगी। राखी बीतने पर लौट आएंगी पर ऐसा न हो सका। सुबह करीब साढ़े छह बजे दोनों मानिकपुर के लाला बाजार के पास पहुंचे थे कि अनहोनी हो गई
प्रयागराज, जेएनएन। भाई की कलाई सजाने मायके जा रही महिला शिक्षामित्र की सड़क हादसे में मौत हो गई। चोट लगने से उनके पति की हालत गंभीर है। यह हादसा बुधवार को लाला बाजार में तब हुआ जब बाइक सवार दंपती को बेकाबू ट्रक की टक्कर दी। पुलिस पर आरोप लगा है कि उसने ट्रक को पकड़ने के बाद छोड़ दिया। इससे लोगों में आक्रोश है।
बाइक से दंपती जा रहा था चित्रकूट, लाला बाजार में ट्रक ने मारी टक्कर
लालगंज के बीरबल गांव निवासी 42 वर्षीय मुन्ना द्विवेदी प्राइवेट पशु चिकित्सक हैं। वह अपने ननिहाल शेखपुर चौरास में रहते हैं। पास ही बीरबल गांव में उनकी पत्नी 38 वर्षीय सरिता देवी प्राथमिक विद्यालय में शिक्षामित्र थीं। बुधवार सुबह मुन्ना बाइक से पत्नी सरिता को लिवाकर ससुराल चित्रकूट जा रहे थे। सरिता ने सोचा था कि रक्षाबंधन के एक दिन पहले ही मायके जाकर अपनों के बीच कुछ समय भी बिताएंगी। राखी बीतने पर लौट आएंगी, पर ऐसा न हो सका। सुबह करीब साढ़े छह बजे दोनों मानिकपुर के लाला बाजार के पास पहुंचे थे कि आलापुर की तरफ से मोरंग लादकर आ रहे अनियंत्रित ओवरलोड ट्रक ने बाइक में जोरदार टक्कर मार दी। इससे दोनों सड़क पर गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गए। उनको लोगों की मदद से सीएचसी संग्रामगढ़ ले जाया गया।
वहां पर चिकित्सकों ने सरिता को मृत घोषित कर दिया, जबकि गंभीर रूप से घायल पति मुन्ना द्विवेदी को प्रयागराज एसआरएन रेफर कर दिया। उधर, घटना के बाद भाग रहे ट्रक का वहां के लोगों ने पीछा किया। संग्रामगढ़ थाने पहुंचकर घटना की जानकारी दी। पुलिस ने ट्रक को रुकवा लिया, लेकिन थोड़ी देर बाद छोड़ दिया। मुन्ना के रिश्तेदार अजय कुमार पांडेय का आरोप है कि पुलिस को जानकारी देने के बाद भी ट्रक को छोड़ दिया गया। इसे लेकर स्वजन आक्रोशित हैं।
बेटा पास कर चुका है इंटर, बेटी बीए में
सरिता का एक पुत्र इंटर पास कर चुका है। बेटी बीए कर रही है। दोनों प्रयागराज में रहकर पढ़ाई करते हैं। मुन्ना के चाचा प्रेम नारायण द्विवेदी ने अज्ञात ट्रक चालक के खिलाफ मानिकपुर पुलिस को तहरीर दी है। संग्रामगढ़ पुलिस ने ट्रक को छोड़े जाने के आरोप को बेबुनियाद बताया है। एसओ सत्येंद्र राय का कहना है कि कोई ट्रक पुलिस को नहीं सौंपा गया था। लोगों ने केवल यह बताया था कि एक ट्रक टक्कर मारकर भागा है, लेकिन तब तक ट्रक बहुत दूर जा चुका था। फिलहाल जिस ट्रक ने दुर्घटना की है, उसका पता लगाने को बाजार में लगे सीसीटीवी कैमरे को देखा जा रहा है।