कालिंदीपुरम में महिला की हत्या, दो बच्चों समेत पति फरार Prayagraj News
कालिंदीपुरम के सुगम विहार में हत्या के बाद विवाहिता का शव पड़ा था। उसका पति अपने दोनों बच्चों के साथ फरार था। कमरे में खून पड़ा था लेकिन शरीर पर घाव के निशान नहीं थे।
प्रयागराज,जेएनएन : धूमनगंज की कालिंदीपुरम कॉलोनी में सन्नो पटेल (32) की गला घोंटकर हत्या कर दी गई। मंगलवार सुबह दुर्गंध फैलने पर कत्ल का पता चला। पुलिस का कहना है कि वारदात के बाद से फरार पति फरार है। महिला का कातिल वही हो सकता है। उसकी तलाश में पुलिस की एक टीम शाम को फतेहपुर भेजी गई है।
सन्नो देवी का मायका फतेहपुर में बिंदकी चौराहे पर है। कुछ किलोमीटर दूर रहने वाले शिवम पटेल से उसका ब्याह करीब 12 साल पहले हुआ था। शिवम घरों में नल लगाने और पाइप बिछाने का काम करता है। उनके दो बेटे हैं, दस साल का ईशू और छह साल का आशू। कालिंदीपुरम के सुगम बिहार कॉलोनी के पास गली में रहने वाले भवन निर्माण कारोबारी मनीष सिंह उन दोनों को काम दिलाते थे। उन्होंने ही शिवम और सन्नो को 18 अक्तूबर को अपने घर के बगल में एक किराए का कमरा दिलाया था। इस मकान में अन्य किराएदार भी रहते हैं। दूसरे रोज यानी 19 अक्तूबर की देर रात पति-पत्नी के बीच झगड़े की आवाज लोगों ने सुनी। दूसरे दिन सुबह से दोनों को किसी ने नहीं देखा। माना गया कि शिवम अपनी पत्नी को लेकर चला गया। हालांकि उसके कमरे का दरवाजा खुला और चटाई बिछी दिखी।
कमरे से दुर्गंध उठने पर हुआ शक :
मंगलवार सुबह लोगों को एक कमरे से दुर्गंध का अहसास हुआ। वह कमरा खाली था। दरवाजे में बाहर से सिटकनी लगी थी। दरवाजा खोलने पर कमरे में दीवार के पास सन्नो की लाश दिखी। गले के पास खून बहा था। शव को दुपट्टे से ढका गया था। मौके पर पहुंचे प्रभारी धूमनगंज संजय सिंह ने शव देख कहा कि कत्ल दो-तीन दिन पहले हुआ। 19 की रात झगड़े के बाद शिवम के लापता होने से पुलिस का मानना है कि उसी रात सन्नो को मारकर वह फरार हो गया। शव के निरीक्षण में शरीर पर कोई चोट नहीं दिखी। ऐसे में पुलिस ने इसे गला दबाकर कत्ल माना है। उधर मनीष सिंह ने बताया कि शिवम दो साल पहले शहर आया तो दोनों बेटों का दिग्गज सिंह सिंगरौर स्कूल में दाखिला करा दिया था। बाद में बड़े बेटे को गांव में छोड़ दिया जबकि छोटे पुत्र आशू को वह साथ रखता था।
इंस्पेक्टर से बात की फिर किया ऑफ :
घटनास्थल से कारोबारी मनीष ने शिवम को फोन कर सन्नो और बेटे के बारे में पूछा तो उसने गोलमोल जवाब दिए। मनीष से फोन लेकर इंस्पेक्टर ने बात की तो शिवम ने कहा कि वह फतेहपुर में है, फिर मोबाइल ऑफ कर दिया। लोगों ने बताया कि शिवम नशे का लती है।
डेढ़ माह जेल में रहकर निकला था :
यह भी पता चला कि पहले वे दोनों कालिंदीपुरम मुख्य मार्ग के पास एक कमरे में रहते थे। 15 अगस्त को झगड़े के बाद वे दोनों फतेहपुर के बिंदकी में अपने घर चले गए थे। तीसरे रोज यानी 18 अगस्त को शिवम ने सन्नो के मायके जाकर जमकर मारपीट की थी। पुलिस ने शिवम को उसके साले समेत गिरफ्तार कर जेल भेजा था। डेढ़ महीने बाद जेल से रिहा होने पर वह पत्नी और एक बेटे के साथ अब वापस यहां आया था। शक है कि ससुराल में झगड़े के बाद जेल जाने से ही वह बौखलाया हुआ था।