बेटे को पढ़ाते वक्त महिला ने डांटा तो देवर ने डंडे से मारकर किया कत्ल, Pratapgarh की घटना से पुलिस भी स्तब्ध
प्रतापगढ़ के महेशगंज में शुक्रवार दोपहर बच्चों को पढ़ा रही महिला को उसके देवर ने डंडे से वारकर मार डाला। बचाने दौड़ी आठ साल की बेटी पर भी प्रहार करने के बाद वह घर से भाग गया। बच्चों की चीख सुनकर जुटे पड़ोसियों ने खबर दी तो पुलिस वहां पहुंची।
प्रयागराज, जेएनएन। पड़ोसी जनपद प्रतापगढ़ के महेशगंज इलाके में शुक्रवार दोपहर बच्चों को पढ़ा रही महिला को उसके देवर ने डंडे से वारकर मार डाला। बचाने दौड़ी आठ साल की बेटी पर भी प्रहार करने के बाद वह घर से भाग गया। बच्चों की चीख सुनकर जुटे पड़ोसियों ने खबर दी तो पुलिस वहां पहुंची। पुलिस घटना के बाद से फरार युवक की तलाश में खेतों और बाग में भटक रही थी। खबर फैलने से मौके पर भीड़ जमा रही।
स्कूल गया था पति और सास-ससुर थे खेत में
महेशगंज थाना क्षेत्र के भरदारपुर बेला माई गांव में रहने वाले विजय बहादुर पटेल के तीन पुत्रों में बड़े संजय पटेल का हाल ही में 69 हजार शिक्षक भर्ती में नौकरी लगी है। उसके परिवार में पत्नी सरिता (32) और दो बच्चे हैं। बेटा आभाष पांच साल और बेटी अनन्या आठ साल की है। संजय का दूसरा भाई मनोज सीआइएसएफ में सिपाही है। उसकी तैनाती दूसरे राज्य में है। उससे छोटा भाई 25 वर्षीय विकास यहीं गांव में रहता है। बताया गया कि नौकरी की तलाश कर रहे विकास का स्वभाव चिड़चिड़ा हो गया है। शुक्रवार को संजय सुबह स्कूल चला गया था जबकि उसके माता-पिता खेतों की ओर निकल गए थे। घर में संजय की पत्नी सरिता, बच्चे और भाई विकास था।
बच्चे को डांटा तो देवर ने कर दिया हमला
दोपहर तकरीबन डेढ़ बजे की घटना है। सरिता की बेटी अनन्या और बेटा आभाष जोर जोर से रोने-चीखने लगे तो आसपास के लोग दौड़कर पहुंचे। लोग छत पर गए तो सरिता खून से लथपथ पड़ी थी। उसका सिर फटा था जिससे खून बह रहा था। उसकी मौत हो चुकी थी। अनन्या ने बताया कि मां छत पर उन दोनों को पढ़ा रही थी। पढ़ाते वक्त सरिता ने आभाष को ध्यान नहीं देने पर डांटा तो कुछ दूर पर मौजूद विकास को जाने क्या हुआ कि उसने यूकेलिप्टस का मोटा डंडा उठाकर हमला कर दिया। एक ही वार में सरिता का सिर फट गया। बेटी अनन्या ने बचाव का प्रयास किया तो उस पर भी वार किया जिससे उसके हाथ पर चोट पहुंची। इसके बाद बच्चे रोने चीखने लगे तो वह छत से उतरकर खेतों की तरफ भाग गया। लोगों से फोन पर खबर पाकर स्कूल से संजय भी घर आ गया। पत्नी को मृत पड़ा देख वह बदहवास हो गया। संजय बच्चों को सीने से लगाकर रोने लगा।
खेतों और बाग में खोज रही पुलिस
महेशगंज थानाध्यक्ष अमित सिंह दो अन्य थानों की पुलिस फोर्स के साथ पहुंच गए। पुलिसकर्मियों ने खेतों और बगीचों में जाकर विकास की तलाश शुरू की। इस घटना से परिवार पर मुसीबतों का साया पड़ गया। बच्चों से उनकी मां छिन गई तो अब कत्ल के जुर्म में विकास को भी जेल भेजा जाएगा। एक झटके में सब कुछ बदल गया। इस घटना ने पुलिस को भी स्तब्ध कर दिया है। पुलिसवाले भी कह रहे थे कि जरा सी बात पर परिवार की खुशियां छिन गई।