Coronavirus से संक्रमित महिला को 15 घंटे बाद नसीब हुआ अस्पताल का बेड, पार्क में बैठ गुजारा वक्त Prayagraj News
लोगाें के विरोध के बाद भी महिला को शनिवार की रात में कोविड-19 अस्पताल में नहीं भर्ती कराया गया। पार्षद के हस्तक्षेप के बाद कोरोना वायरस से संक्रमित महिला अस्पताल में भर्ती हुई।
प्रयागराज, जेएनएन। कोरोना वायरस का संक्रमण जैसे-जैसे फैलता जा रहा है, वैसे-वैसे स्वास्थ्य विभाग की टीम संक्रमित मरीजों को अस्पताल पहुंचाने में लचर प्रदर्शन भी कर रही है। जहां कोरोना पॉजिटिव मरीज को तीन से चार घंटे के भीतर अस्पताल में भर्ती करा देना चाहिए, वहीं 15 से 18 घंटे तक लग जा रहे हैं। इसका ताजा उदाहरण मालवीय नगर में कोरोना संक्रमित महिला का है।
महिला को एंबुलेंस से अस्पताल भेजा गया
शनिवार की रात में करीब आठ बजे तक पांच संक्रमित मरीजों की रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग ने जारी कर दी थी। उसमें से एक महिला मालवीय नगर की भी थी। महिला के संक्रमित होने की सूचना स्थानीय लोगों को मिलने के बाद उन्होंने उसे शीघ्र अस्पताल में भर्ती कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग को सूचित किया। लोगाें के विरोध के बाद भी महिला को शनिवार की रात में कोविड-19 अस्पताल में नहीं भर्ती कराया गया। महिला एक घर से दूसरे घर तक गई और कई लोगों के संपर्क में भी आई। संक्रमित होने के कारण उसे कहीं जगह नहीं मिली तो पार्क में कई घंटे रहने के पश्चात महिला को एंबुलेंस से अस्पताल भेजा गया।
मालवीय नगर से पार्षद बोले-स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही
मालवीय नगर के पार्षद ओपी द्विवेदी का कहना है कि संक्रमित महिला को तत्काल अस्पताल में भर्ती न करवाने की स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है। महिला की रिपोर्ट आने के बाद उसे 15 घंटे के पश्चात अस्पताल भेजा गया। स्वास्थ्य विभाग की उदासीनता को लेकर स्थानीय निवासियों में भी गुस्सा है।
कोविड-19 के नोडल अधिकारी से फोन पर वार्ता की
पार्षद ओपी द्विवेदी ने बताया कि कोविड-19 के नोडल अधिकारी डॉक्टर रिषी सहाय से कई बार फोन पर बातचीत होने के उपरांत ही महिला को लेने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम आई। महिला के साथ उसका पति भी था, जिसे स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों ने पार्क में ही छोड़ दिया था। पिछले दिनों एक रिश्तेदार के कोरोना संक्रमित होने के पश्चात यह महिला उनके संपर्क में आई थी। बाद में जांच कराने पर महिला की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई।