जलमार्ग से भक्ति संदेश लेकर आया जलपोत कैलाश, आइए जानें खूबियां
कुंभ में कथावाचक मोरारी बापू के लिए पानी का जहाज कैलाश वाराणसी से प्रयागराज पहुंचा। कथावाचक मोरारी बापू इसी में रहेंगे।
प्रयागराज : दिव्य, भव्य कुंभ मेला में इस बार भक्ति का संदेश लेकर काशी का जलपोत जल मार्ग से प्रयागराज पहुंचा। कैलाश नामक पानी के इस जहाज को खासतौर पर कथावाचक मोरारी बापू के लिए तैयार कराया गया है। कुंभ मेला में प्रवास के दौरान वह इसी में रहेंगे। जहाज को छतनाग घाट के पास खड़ा किया गया है।
80 फीट लंबा व 20 फीट चौड़ा है जलपोत :
करीब 80 फीट लंबे और 20 फीट चौड़े कैलाश जहाज के पहले तल पर तीन एसी बेडरूम है, जिसमें दो रूम डबल बेड के जबकि एक सिंगल बेड का है। सभी कमरों में अटैच बाथरूम है। इन कमरों के साथ कॉन्फ्रेंस हाल भी है। ऊपरी तल पर कथावाचक का अलग कमरा है, जिसके साथ ही एक ओपेन हाल है, जिसमें हवन कुंड बनाया गया है।
वाराणसी में किया गया तैयार :
इस जहाज को करीब नौ माह पहले वाराणसी में ही तैयार कराया गया। कैप्टन गोकुल समेत सदस्य अनीस और सुदर्शन को यह जहाज वाराणसी से प्रयागराज लाने में आठ दिन लगा।
छोटी हाउस बोट भी है :
जहाज के साथ एक छोटी हाउस बोट भी आई है। मोरारी बापू के आने के बाद उनकी सुरक्षा के लिए इस हाउस बोट को पुलिस चौकी के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा। इसे छतनाग घाट से संगम के पास जल्द ही लाया जाएगा और पूरे मेला अवधि में संगम के आसपास ही रहेगा।
19 से 27 जनवरी के बीच जलपोत में रहेंगे मोरारी बापू :
कथावाचक कुंभ मेला प्रवास के दौरान 19 से 27 जनवरी 2019 तक कैलाश जहाज में ही रहेंगे। उस दौरान जहाज को संगम के बीच में खड़ा किया जाएगा। उनकी कथा निंबार्क नगर खालसा के शिविर में होगी।
वाराणसी में इसी जहाज में रहे थे नौ दिन :
वाराणसी में 21 से 29 अक्टूबर को उनकी कथा का आयोजन किया गया था। उसके पहले ही इस जहाज को तैयार कराया गया था। कथा के दौरान वह इसी जहाज में रहे थे। महामंडलेश्वर संतोष दास 'सतुआ बाबाÓ ने बताया कि मोरारी बापू के लिए खासतौर से तैयार कैलाश जहाज में भाजपा के वरिष्ठ नेेता लाल कृष्ण आडवाणी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, बाबा रामदेव समेत कई हस्तियां सवार हो चुकी हैं।