CAA Protest : मोबाइल इंटरनेट सेवा बंद होने पर परदेशियों से नहीं हो पा रही वीडियो कॉलिंग Prayagraj News
सीएए को लेकर देशभर में विरोध की आग भड़की तो प्रयागराज भी इससे प्रभावित हो गया है। यहां एहतियातन मोबाइल इंटरनेट सेवा बंद कर दिए जाने से ऑनलाइन कारोबार ठप है।
प्रयागराज, जेएनएन। विदेशों में रहने वाले लोग अपनों से वीडियो कॉलिंग कर दो देशों की दूरी मिटा देते थे लेकिन गुरुवार की रात से बात नहीं होने से मायूस हैं। दरअसल, नागरिक संशोधन कानून (सीएए) लागू होने के बाद देश भर में विरोध की आग भड़की तो प्रयागराज भी इसमें झुलसा। विरोध को कंट्रोल करने के लिए प्रशासन ने इंटरनेट सेवा बंद कर दी जिससे ऑनलाइन कारोबार ठप रहा तो टीवी और मोबाइल रिचार्ज नहीं करवा पाने वाले भी परेशान हो रहे हैं।
लीज लाइन को छोड़कर प्रयागराज में लगभग सभी तरह इंटरनेट सेवाएं ठप हैं
प्रीतम नगर निवासी संजय यादव के छोटे भाई परिवार सहित दक्षिण कोरिया में रहते हैं। पिछले दिनों उनके माता-पिता भी वहीं चले गए। वीडियो कॉलिंग के जरिए रोजाना एक-दूसरे को देखते हुए बातचीत कर लेते थे लेकिन इंटरनेट सेवा बंद होने से बात नहीं हो पा रही है। मोहम्मद फहीम दुबई में ड्राइविंग करते हैं। वह आइएमओ के जरिए परिवार वालों से बात कर लेते थे लेकिन अब बात नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे ही तमाम लोग इंटरनेट बंद होने से परेशान हैं। लीज लाइन को छोड़कर लगभग सभी तरह इंटरनेट सेवाएं ठप हैं। संचार कंपनियों के अधिकारियों को लोग फोन करके अनुरोध कर रहे हैं उनका इंटरनेट और मैसेज चालू कर दें, चाहे तो सुविधा शुल्क भी ले लें लेकिन यह बंदी ऐसी कि कोई कुछ बदलाव नहीं कर सकता है।
रायबरेली, बांदा व चित्रकूट से लोग करा रहे मोबाइल व डिस टीवी रिचार्ज
टीवी का रिचार्ज खत्म होने से नार्थ मलाका के सोंटू और बबलू के टीवी शुक्रवार से बंद थे। कहीं रिचार्ज न होने से सोंटू ने रायबरेली तो बबलू ने बांदा में रिश्तेदार से कहकर रिचार्ज करवाया। बलुआघाट के अवनीश केसरवानी के मोबाइल का रिचार्ज खत्म हुआ तो चित्रकूट निवासी साले से कहकर रिचार्ज करवाया। इमरजेंसी में लोगों ने महंगे दामों पर गाडिय़ां बुक कराईं।
नेट पर पाबंदी लगने से कई विभागों को हो रहा भारी नुकसान
डिजिटल इंडिया में सभी काम ऑनलाइन हो रहे हैं लेकिन नेट पर पाबंदी लगाने से मोबाइल खाली डिब्बा हो गया है। बिजली विभाग के अफसरों ने बताया कि तीन दिन से काउंटर बंद हैं और करोड़ों का नुकसान हुआ है। नगर निगम में भी बिल जमा नहीं हो रहे हैं। पीएनजी की भी बिलिंग नहीं हो रही है। बैंक और बड़े संस्थाओं ने लीज लाइन का कनेक्शन लिया है, उनके यहां नेट बहुत सीमित चल रहा है। अधिकतर लोग मोबाइल इंटरनेट और ब्राडबैंड का इस्तेमाल हैं, जो बंद है।
पढ़ाई करने वाले छात्र भी हैं परेशान
ऑनलाइन कोचिंग करने वाले और यू-ट्यूब पर पढ़ाई करने वाले छात्र परेशान हैं। शैक्षिक संस्थाओं में प्रवेश व नौकरी के लिए फार्म भरने की व्यवस्था ऑनलाइन होने से आसानी हुई लेकिन इसे ठप करने से वह परेशान हैं।
व्यापारियों का लेनदेन प्रभावित
इंटरनेट बंद होने से व्यापारी तबका बहुत परेशान है। दूसरे शहरों से सामान मंगवाने वाले व्यापारी ऑनलाइन पैसा ट्रांसफर करते थे लेकिन नेट बंदी के चलते वह पैसा ऑनलाइन भी ट्रांसफर नहीं कर पा रहे हैं।