खून बेचने के साथ ही नशे का इंजेक्शन लेता है शातिर अंकित, 20 दिन की बच्चों को चुराने का है मुख्य आरोपित Prayagraj News
मेजा क्षेत्र निवासी गोलू परिवार के साथ रेलवे जंक्शन के गेट नंबर तीन के पास तिरपाल डालकर रहता है। चार दिन पहले रात को उसकी पत्नी नेहा खाना बना रही थी। इसी दौरान यहीं पर रहने वाला अंकित पहुंचा और बच्ची को उठा ले गया था।
प्रयागराज,जेएनएन। रेलवे जंक्शन के गेट नंबर तीन के पास से चोरी की गई 20 दिन की बच्ची को पुलिस ने भले ही बरामद कर लिया हो, लेकिन अभी तक मुख्य आरोपित अंकित पुलिस की पकड़ से दूर है। उसके बारे में पुलिस को जो जानकारी मिली है, वह चौकाने वाली है। वह अपना खून बेचने के साथ ही नशे का इंजेक्शन लेता है।
यह था मामला
मेजा क्षेत्र निवासी गोलू परिवार के साथ रेलवे जंक्शन के गेट नंबर तीन के पास तिरपाल डालकर रहता है। चार दिन पहले रात को उसकी पत्नी नेहा खाना बना रही थी। बगल में उसकी 20 दिन की पुत्री कुमकुम लेटी थी। इसी दौरान यहीं पर रहने वाला अंकित पहुंचा और बच्ची को उठा ले गया था। बाद में बच्ची को करेली क्षेत्र से बरामद कर छह लोगों को गिरफ्तार किया गया था। बच्ची को 40 हजार रुपये में बेचा गया था।
सुल्तानपुर का रहने वाला है मुख्य आरोपित
हालांकि, अंकित गिरफ्त से दूर रहा। इंस्पेक्टर शाहगंज जयचंद्र शर्मा ने बताया कि वह मूलत: सुल्तानपुर का है। रेलवे स्टेशन के बाहर वह करीब दस वर्ष से रह रहा है। कभी वह चाय तो कभी होटल में काम करने लगता था। रुपये नहीं होते थे तो अपना खून निकलवाकर बेच देता था। वह नशे का इंजेक्शन लेता है। चोरी छिनैती जैसे अपराधों में वह लिप्त है। पुलिस ने उसकी गिरफ्तार के लिए जंक्शन के साथ ही रामबाग, प्रयाग, प्रयागराज संगम, सूबेदारगंज रेलवे स्टेशन पर जांच पड़ताल की। इंस्पेक्टर ने बताया कि सुल्तानपुर पुलिस से भी मदद मांगी गई थी। पुलिस उसके घर पर भी गई थी, लेकिन वह नहीं मिला।