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उपराष्ट्रपति वेंकेया नायडू ने संगम में डुबकी लगाई डुबकी, सर्वमंगल की कामना

उपराष्ट्रपति वेंकेया नायडू ने संगम में डुबकी लगाई। स्नान के बाद उन्होंंने त्रिवेणी तट पर पूजन-आरती कर सर्वमंगल की कामना की। उनके साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी थे।

By Nawal MishraEdited By: Published: Sat, 16 Feb 2019 05:48 PM (IST)Updated: Sat, 16 Feb 2019 09:55 PM (IST)
उपराष्ट्रपति वेंकेया नायडू ने संगम में डुबकी लगाई डुबकी, सर्वमंगल की कामना
उपराष्ट्रपति वेंकेया नायडू ने संगम में डुबकी लगाई डुबकी, सर्वमंगल की कामना

प्रयागराज, जेएनएन। कुंभ मेले में संगम स्नान और बड़े हनुमान जी के दर्शन करने के बाद परमार्थ निकेतन आश्रम पहुंचे उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने कहा कि इस बार का कुंभ मेला अद्भुत है। विश्व में सात आश्चर्य हैं, कुंभ मेला के रूप में आज मैं आठवां आश्चर्य देख रहा हूं। आश्रम में आयोजित कीवा पर्व को भी उन्होंने अद्भुत बताया। कहा कि कुंभ का उद्भव नदियों के तटों पर हुआ है। कीवा भी हमें नदियों और प्रकृति के संरक्षण का संदेश दे रहा है। आज पूरे विश्व में शांति की जरूरत है। इस दौरान उन्होंने विविधता में एकता का भी संदेश दिया। बोले कि देश में विविध भाषाएं हैं, अलग-अलग वेश के लोग हैं, फिर भी यहां विविधता में एकता है।  

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कीवा पर्व यानी धरती का हृदय में मुख्य अतिथि उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू और राज्यपाल राम नाईक का आश्रम के परमाध्यक्ष चिदानंद सरस्वती ने स्वागत किया। साध्वी भगवती सरस्वती ने अभिनंदन किया। कीवा महोत्सव के लिए 42 देशों से आदिवासी, जनजाति और आदिम जाति के लोग पूरी दुनिया एक है की भावना लेकर आए हैं। इन्हें संबोधित करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि यह अवसर प्रकृति और नदियों से जुडऩे का है। यही हमारी पौराणिक परंपरा भी है। कीवा इनके संरक्षण का संदेश दे रहा है। उन्होंने सुरक्षित और शान्तिपूर्ण विकास की बात भी की। कहा कि योग केवल आसनों का अभ्यास ही नहीं है बल्कि एक विज्ञान है। प्रकृति के खिलाफ जाकर किसी भी स्वस्थ, समृद्ध और सहिष्णु संस्कृति का निर्माण नहीं हो सकता। प्रकृति के खिलाफ जाकर हम व्यसन के साधन को बना सकते है लेकिन मानव के रूप में हमारा विकास विकृत होगा। मानव प्रकृति का ही अंग है अत: उसे प्रकृति के पास ही रहना चाहिए। अंत में उपराष्ट्रपति समेत महोत्सव में आए सभी लोगों ने पुलवामा हमले में शहीद हुए जवानों को दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी। 

कुंभ की सरलता, सात्विकता और शुद्धता का संदेश लेकर जाएंगे : स्वामी चिदानंद

परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती ने कहा कि यहां पर अद्भुत संगम देखने को मिल रहा है। सभी एक हो रहे हैं, संगम में डुबकी लगा रहे हैं। यहां से सरलता, सात्विकता और शुद्धता का संदेश लेकर जाएंगे। आज विश्व को समन्वय और सर्व समावेशी के संगम की आवश्यकता है। कुंभ में वास्तव में वसुधैव कुटुंबकम का संदेश साकार हो रहा है। विश्व की विभिन्न संस्कृतियों का मिलन हो रहा है। 

कुंभ से स्वच्छता का संदेश लेकर जाएं : राज्यपाल

उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने सभी से कुंभ से स्वच्छता का संदेश लेकर जाने के लिए कहा। बोले, अब तक कुंभ मेले में 19 करोड़ लोग आ चुके हैं। आने वाले दिनों में यह संख्या 25 करोड़ तक पहुंचने की उम्मीद है। इतने लोग मेले में आए, लेकिन स्वच्छता इस कदर रही कि सभी ने शौचालय का प्रयोग किया। मेले में आए सभी लोगों को यही स्वच्छता का संदेश लेकर जाना चाहिए। इस दौरान राज्यपाल ने चलते रहो-चलते रहो का भी संदेश दिया। बोले, चरैवेति-चरैवेति की तरह हमें होना चाहिए। इसके अनुसार जो बैठा रहता है उसका भाग्य बैठ जाता है। जो सो गया, उसका भाग्य सो जाता है और जो खड़ा हो गया उसका भाग्य भी खड़ा हो जाता है। चलते रहने वाले का भाग्य भी चलता रहता है। इसलिए कुंभ की सांस्कृतिक धारा देश में ही नहीं बल्कि विश्व में भी चलती रहनी चाहिए। मेले में वसुधैव कुटुंबकम चरितार्थ हो रहा है। मेला के अवसर पर कीवा कुंभ और योग कुंभ का अद्भुत संयोग है। साथ ही कुंभ के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सराहना की।


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