सब्जियों के रेट तो अधिक नहीं हैं फिर भी बिक्री हो गई है आधी, किसान और सब्जी के थोक विक्रेता परेशान
प्रयागराज के आढ़ती यानी सब्जी के थोक विक्रेता सैफुद्दीन का कहना है कि सब्जियों की बिक्री कम होने से कारोबार पर असर पड़ा है। पहले की तुलना में बिक्री आधी हो गई है। इससे सब्जी विक्रेता के साथ ही किसानों को भी नुकसान हो रहा है।
प्रयागराज, जेएनएन। प्रयागराज में सब्जियों के रेट तो बहुत ज्यादा नहीं हैं। मटर को छोड़कर अन्य सब्जियों की कीमत भी नियंत्रित है फिर भी इसकी बिक्री पर जबर्दस्त असर पड़ा है। मंडी में सब्जियों के खरीदार अचानक कम हो जाने से किसानों और आढ़तियों के सामने समस्याएं खड़ी हो गई है।
प्रयागराज में जानें सब्जियों का रेट
इन दिनों आलू की कीमत में एक रुपये, टमाटर के दाम में तीन-चार रुपये किलो की गिरावट हुई है। लहसुन के रेट में तो बहुत ज्यादा गिरावट हुई। पत्ता गोभी, लौकी, हरी मटर में जरूर तेजी आई है। सोमवार को टमाटर का रेट बढ़कर आठ से 10 रुपये किलो हो गया था, जो घटकर फिर पांच से छह रुपये किलो हो गया। आलू सात-आठ रुपये से घटकर छह-सात रुपये किलो हो गई। पत्ता गोभी चार-पांच रुपये से चढ़कर सात-आठ रुपये और लौकी फिर आठ से 10 रुपये प्रति पीस हो गई। मटर 30 से 32 रुपये किलो पहुंच गई है।
सब्जियों की बिक्री में 40 से 50 फीसद की गिरावट
कद्दू पांच-छह रुपये किलो, खीरा 30 से कम होकर 18-20 रुपये किलो और ककड़ी दो से चार रुपये पीस बिक रही है। प्याज का रेट भी 15 से 20 रुपये किलो हो गया है। लहसुन भी 80-90 रुपये से टूटकर 40 रुपये किलो हो गई। फिर भी बिक्री में करीब 40 से 50 फीसद की गिरावट की बात कही जा रही है। आढ़ती यानी सब्जी के थोक विक्रेता सैफुद्दीन का कहना है कि सब्जियों की बिक्री कम होने से कारोबार पर असर पड़ा है। पहले की तुलना में बिक्री आधी हो गई है।