स्वामी विवेकानंद का विचार खत्म होना दुर्भाग्यपूर्ण है : वासुदेवानंद
दिव्य प्रेम सेवा मिशन के शिविर का कुंभ मेला क्षेत्र में शुभारंभ हुआ। इसमें जगदगुरु स्वामी वासुदेवानंद ने कहा कि विवेकानंद का विचार खत्म हो रहा है।
जागरण संवाददाता, कुंभ नगर : भारत में जन्म लेना, उसमें भी हिंदू होना सौभाग्य की बात है। हर हिंदू को स्वयं पर गर्व करना चाहिए। जगद्गुरु स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती ने यह बातें कहीं। वह मेला क्षेत्र में दिव्य प्रेम सेवा मिशन शिविर के शुभारंभ समारोह पर आयोजित ङ्क्षहदुत्व स्वामी विवेकानंद की दृष्टि में विषयक गोष्ठी को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।
कहा, हर ओर ईसाइयत का प्रचार हो रहा
जगद्गुरु स्वामी वासुदेवानंद ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने रामकृष्ण परमहंस के विचारों को आगे बढ़ाया है। दुर्भाग्य से आज उनका विचार पीछे हो गया है। मौजूदा समय नेहरू और इंदिरा के विचारों का भारत है। हर ओर ईसाइयत का प्रचार हो रहा है। भारत से क्या ईसाई और मुसलमानों को खत्म किया जा सकता है, उस पर विचार करना होगा।
सेवा ही भारत का अध्यात्म : डॉ. कृष्णगोपाल
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता आरएसएस के सह सर कार्यवाह डॉ. कृष्णगोपाल ने कहा कि सेवा ही भारत का अध्यात्म है। भारत ने किसी पंथ संप्रदाय में कभी भेद नहीं किया। हमेशा सबके मंगल की कामना की है। टीवी कलाकार मनोज जोशी ने कहा कि स्वामी विवेकानंद का ज्ञान, त्याग हर मनुष्य के लिए आदर्श है। ब्रह्मदेव शर्मा ने कहा कि दिव्य प्रेम सेवा मिशन से हर मनुष्य को सेवा करने की सीख मिलती है।
मिशन के संस्थापक डॉ. आशीष गौतम ने कहा कि सेवा हमारे जीवन का आधार है। संचालन आचार्य शांतनु व आभार संजय चतुर्वेदी ने ज्ञापित किया। डॉ. प्रमोद शर्मा ने बताया कि मिशन के कैंप में चिकित्सा शिविर, भागवत व रामकथा, आत्म संवाद अंतर्यात्रा शिविर एवं विद्वानों का व्याख्यान होगा।