उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग को मिले तीन नए सदस्य, अब भर्ती प्रक्रिया में आएगी तेजी
उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग को तीन नए सदस्य मिल गए हैं। राज्यपाल की संस्तुति पर तीनों सदस्यों ने शुक्रवार को पदभार ग्रहण कर लिया।
प्रयागराज, जेएनएन। उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग (यूपीपीएससी) को तीन नए सदस्य मिल गए हैं। राज्यपाल की संस्तुति पर तीनों सदस्यों ने शुक्रवार को पदभार ग्रहण कर लिया। इसमें उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग के पूर्व सदस्य व बीएचयू में समाजशास्त्र विभाग के प्रोफेसर रहे प्रो. आरएन त्रिपाठी, इलाहाबाद हाईकोर्ट में राज्य विधि अधिकारी रहे कल्पराज सिंह व माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड के पूर्व सदस्य किशनवीर सिंह शाक्य ने यूपीपीएससी सदस्य के रूप में पदभार ग्रहण किया। यूपीपीएससी में अब सदस्यों की कुल संख्या पांच हो गई है।
उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग में आठ सदस्यों की संख्या तय है। चार पद लंबे समय से खाली थे। इधर, जून में सुशीला सिंह व डॉ. जयराम प्रसाद वैद्य का कार्यकाल समाप्त हो गया था। इससे मौजूदा समय सिर्फ दो सदस्य पीके सिंह, रामजी मौर्य ही बचे थे। नए सदस्यों के आने से यूपीपीएससी के कार्यों को रफ्तार मिलेगा
पीसीएस-2018 का इंटरव्यू का कार्यक्रम जल्द आने की उम्मीद है और साक्षात्कार तय समय पर पूरे होंगे। सीधी भर्ती का इंटरव्यू भी जल्द पूरा करके रिजल्ट जारी किया जा सकेगा। इसके अलावा सहायक अभियोजन अधिकारी मुख्य परीक्षा 2018, खंड शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक परीक्षा 2019, कंप्यूटर सहायक (उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग) परीक्षा 2019, पीसीएस-2019 मुख्य परीक्षा सहित अनेक परीक्षाओं की तैयारी तेज होगी।
अधिकतम कार्यकाल छह साल : उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग के सदस्यों की आयुसीमा 62 साल व कार्यकाल अधिकतर छह वर्ष तय है। अगर किसी सदस्य की आयु छह साल के पहले ही 62 साल हो जाती है तो उनका कार्यकाल पहले ही खत्म हो जाता है।