UP TET 2019 : परिणाम में नहीं होगा बदलाव, कहा गया- अभ्यर्थी न करें कार्यालय से संपर्क
UP TET 2019 उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा के परिणाम में अब किसी भी तरह का बदलाव नहीं होगा। जिन अभ्यर्थियों के रिजल्ट में इनवैलिड दर्ज है वह शासनादेश के निर्देश अनुरूप है।
प्रयागराज, जेएनए। उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (UPTET) 2019 के परिणाम में अब किसी भी तरह का बदलाव नहीं होगा। जिन अभ्यर्थियों के रिजल्ट में इनवैलिड दर्ज है वह शासनादेश के निर्देश अनुरूप है। इसमें सुधार के लिए अभ्यर्थी कार्यालय से संपर्क न करें और न ही किसी तरह के प्रत्यावेदन पर परीक्षा संस्था विचार कर रही है। परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय ने इस आशय की विज्ञप्ति जारी कर दी है।
यूपीटीईटी की परीक्षा आठ जनवरी को हुई थी और तय तारीख से एक दिन पहले ही उसका रिजल्ट भी घोषित कर दिया गया। बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों को मिले अंकपत्र पर रिजल्ट इनवैलिड लिखा है। इसमें तमाम ऐसे भी अभ्यर्थी हैं जिन्होंने उत्तीर्ण अंक जोड़ रखे थे, लेकिन उनका परिणाम शून्य रहा है। इसमें सुधार करने के लिए पिछले दिनों परीक्षा संस्था के कार्यालय पर प्रदर्शन हुआ और लगातार अभ्यर्थी सचिव व रजिस्ट्रार आदि से मिलकर संशोधित रिजल्ट देने की मांग कर रहे थे। इसके अलावा डाक से भी प्रत्यावेदन आ रहे हैं।
इस पर परीक्षा संस्था के सचिव अनिल भूषण चतुर्वेदी ने विज्ञप्ति जारी की है इसमें कहा गया है कि अभ्यर्थियों को पहले प्रवेशपत्र और फिर प्रश्न पुस्तिका में स्पष्ट रूप से निर्देश दिया गया कि वे ओएमआर पत्रक पर पुस्तिका सीरीज, भाषा विकल्प, पार्ट चार में विज्ञान, गणित, सामाजिक विज्ञान के गोले को काला न करने व त्रुटिपूर्ण अंकन करने पर उस ओएमआर का मूल्यांकन नहीं किया जाएगा और उसका पूरा उत्तर दायित्व अभ्यर्थी का ही होगा।
सचिव ने कहा कि इन गड़बडिय़ों से ही कई का रिजल्ट इनवैलिड हुआ है। अब उसमें सुधार के लिए अनावश्यक कार्यालय के चक्कर न लगाएं और न ही किसी के बहकावे में आएं। 17 अक्टूबर 2019 के शासनादेश के अनुरूप इस समय इनवैलिड घोषित परीक्षाफल के संबंध में कोई प्रत्यावेदन विचारणीय नहीं है।
बता दें कि उत्तर प्रदेश परीक्षा नियामक प्राधिकारी ने 6 फरवरी, 2020 को यूपीटीईटी 2019 का परिणाम घोषित कर दिया गया है। प्राथमिक स्तर में 70 प्रतिशत अभ्यर्थी फेल हो गए हैं। उच्च प्राथमिक स्तर की परीक्षा में सफल होने वाले अभ्यर्थियों की संख्या महज 11.46 प्रतिशत ही है। परीक्षा का आयोजन उत्तर प्रदेश के 1986 केंद्रों पर आठ जनवरी को हुआ था। प्राथमिक स्तर के रिजल्ट में केवल 2,94,635 (29.74 प्रतिशत) अभ्यर्थी उत्तीर्ण घोषित किए गए हैं। इस परीक्षा के लिए 10,83,016 अभ्यर्थी पंजीकृत और 99,0744 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए थे। इसी तरह से उच्च प्राथमिक स्तर की परीक्षा प्रदेश के 1063 केंद्रों पर आठ जनवरी को दूसरी पाली में कराई गई थी। उच्च प्राथमिक परीक्षा में सिर्फ 60,068 (11.46 प्रतिशत) अभ्यर्थी ही सफल हुए हैं। इस परीक्षा में 5,73,322 अभ्यर्थी पंजीकृत और 5,23,972 अभ्यर्थी शामिल हुए थे।