जनवरी में यूपी टीईटी 2019 कराने की तैयारी, हालात सामान्य होते ही तय होगी तारीख
UP TET-2019 प्रदेश में नागरिकता संशोधन कानून को लेकर विरोध प्रदर्शन को देखते हुए यूपी टीईटी 2019 को एकाएक स्थगित करना पड़ा। अभी नई तारीख का एलान नहीं हुआ है।
प्रयागराज, जेएनएन। उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपी टीईटी) 2019 अब जनवरी माह में कराने की तैयारी है। प्रदेश में हालात बिगडऩे व इंटरनेट सेवा कई जिलों में ठप होने से 22 दिसंबर को होने वाली परीक्षा को स्थगित करना पड़ा था। परीक्षा संस्था की मानें तो हालात सामान्य होते ही शासन के निर्देश पर परीक्षा की नई तारीख तय होगी। परीक्षा की सारी तैयारियां पूरी हैं इसलिए इम्तिहान को लंबे समय से टाला नहीं जाएगा।
प्रदेश में नागरिकता संशोधन कानून को लेकर विरोध प्रदर्शन को देखते हुए यूपी टीईटी 2019 को एकाएक स्थगित करना पड़ा। अभी नई तारीख का एलान नहीं हुआ है, लेकिन परीक्षा संस्था इसे जनवरी माह में ही कराने की तैयारी में है। वजह यह है कि फरवरी माह में यूपी बोर्ड व सीबीएसई की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षाएं शुरू हो जाएंगी, जिससे परीक्षा केंद्र मिलने में परेशानी होगी। अभी जिन केंद्रों का चयन किया गया है, वहां जनवरी में आसानी से इम्तिहान कराया जा सकता है। परीक्षा की तैयारी को लेकर सभी जिलों में प्रश्नपत्र व ओएमआर शीट पहुंच चुकी हैं। साथ ही प्राथमिक स्तर के लिए 1986 व उच्च प्राथमिक स्तर के लिए 1063 केंद्रों का चयन किया जा चुका है। साथ ही केंद्र व्यवस्थापक से लेकर अन्य अफसर व कर्मचारियों की तैनाती हो चुकी है। इस परीक्षा में 16.45 लाख परीक्षार्थियों को शामिल होना है। अधिकांश प्रवेशपत्र भी डाउनलोड हो चुके हैं, माना जा रहा है कि जिलों में इंटरनेट सेवा बहाल होते ही शेष प्रवेशपत्र डाउनलोड हो जाएंगे। परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव अनिल भूषण चतुर्वेदी ने बताया कि इंटरनेट सेवा बहाल होते ही शासन से अनुमति लेकर तारीख तय की जाएगी।
परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय की तैयारी पूरी है और सरकार की ओर से हरी झंडी मिलने के बाद टीईटी करा ली जाएगी। प्रश्नपत्र और ओएमआर शीट (उत्तर पत्रक) जिलों के डबल लॉक में सुरक्षित हैं। अधिकांश अभ्यर्थियों ने प्रवेश पत्र भी डाउनलोड कर लिए हैं। सूत्रों के अनुसार सरकार का आदेश मिलने के एक सप्ताह के अंदर परीक्षा करा ली जाएगी।
यूपी में छह वर्ष बाद बिगड़ा टीईटी का कार्यक्रम
उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपी-टीईटी) का कार्यक्रम छह वर्ष बाद पहली बार बिगड़ा है। प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्तर के टीईटी के लिए 2019 में पंजीकृत कुल 1645510 अभ्यर्थियों को अगली तारीख का इंतजार है। स्थितियां नियंत्रण में आने के बाद परीक्षा कराई जाएगी।
उत्तर प्रदेश में पहली बार 13 नवंबर 2011 को यूपी बोर्ड ने टीईटी कराया था। इस परीक्षा की शुचिता पर सवाल उठने के बाद आठ फरवरी 2012 को तत्कालीन माध्यमिक शिक्षा निदेशक संजय मोहन को गिरफ्तार किया गया ता। विवाद के बीच 2012 में परीक्षा नहीं कराई जा सकी।
2013 में परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय एलनगंज को टीईटी कराने की जिम्मेदारी मिली और तब से हर वर्ष परीक्षा हो रही है। वर्तमान हालात में अब यदि 10 दिन भी परीक्षा टलकर जनवरी में कोई तारीख तय होती है तो 2012 के बाद यह पहला मौका होगा जब किसी साल परीक्षा नहीं होगी।
कब-कब हुई परीक्षा
2013-27 व 28 जून
2014-22 व 23 फरवरी
2015-2 फरवरी
2016-29 दिसंबर
2017-15 अक्टूबर
2018-18 नवंबर।