UP Sikshak Bharti : फर्जीवाड़ा में स्कूल प्रबंधक चंद्रमा समेत आठ के खिलाफ चार्जशीट दाखिल
UP Sikshak Bharti जनवरी 2020 में ही एसटीएफ ने शिक्षक भर्ती में फर्जीवाड़ा करने वाले चंद्रमा और उसके साथियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। तब भी उस पर पेपर आउट कराने का आरोप था। फर्जीवाड़े में शामिल सरगना डॉ. केएल पटेल व 18 अभियुक्त जेल में हैं।
प्रयागराज, जेएनएन। प्रदेश के परिषदीय स्कूलों में 69 हजार सहायक शिक्षक भर्ती फर्जीवाड़े के मास्टर माइंड चंद्रमा यादव समेत आठ लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी गई है। स्पेशल टाॅस्क फोर्स (एसटीएफ) ने मंगलवार शाम आरोपपत्र दाखिल किया। चंद्रमा के साथ सात और भी अभियुक्त हैं, जिनके विरुद्ध कोर्ट में आरोप पत्र पेश किया गया। स्कूल प्रबंधक चंद्रमा को करीब 20 दिन पहले गिरफ्तार किया गया था।
चंद्रमा अपने ही स्कूल से प्रतियोगी परीक्षा का पर्चा बाहर निकालता था
चंद्रमा यादव पुत्र बर्फी लाल धूमनगंज थाना क्षेत्र के टीपी नगर गंगा बिहार कॉलोनी का रहने वाला है। टीपी नगर में पंचम लाल आश्रम इंटर कॉलेज है, जिसका संचालन चंद्रमा यादव करता है। लगभग सभी प्रतियोगी परीक्षाओं का सेंटर उसके स्कूल में होता है। ज्यादा पैसा कमाने के लालच में वह कुछ साल पहले ललित त्रिपाठी के जरिए गिरोह के सरगना डॉ. केएल पटेल और मायापति से मिला था। फिर उसके गिरोह के साथ मिलकर फर्जीवाड़ा करने लगा। चंद्रमा अपने ही स्कूल से प्रतियोगी परीक्षा का पर्चा बाहर निकालकर और फिर फोटो खींचकर उसे वाट्सएप के जरिए केएल पटेल के गिरोह तक पहुंचा देता था।
गैंग सदस्य सॉल्वरों की मदद से पर्चा हल करवाते थे
गैंग से जुड़े दूसरे सदस्य सॉल्वरों की मदद से पर्चा हल करते थे और फिर अभ्यर्थियों को ब्लूटूथ डिवाइस व मोबाइल से बोलकर नकल करवाते थे। पेपर आउट करवाने में ललित त्रिपाठी की भी अहम भूमिका रहती थी। सोरांव में जब उसके खिलाफ मुकदमा लिखा गया तो फरार हो गया था। एक पर्चा आउट करने पर उसे करीब छह लाख रुपये मिलते थे। पिछले कुछ सालों में शिक्षक भर्ती समेत कई प्रतियोगी परीक्षाओं के पर्चे आउट किए थे। हालांकि जनवरी 2020 में ही एसटीएफ ने चंद्रमा और उसके कई साथियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। तब भी उस पर पेपर आउट कराने का आरोप था। फर्जीवाड़े में शामिल सरगना डॉ. केएल पटेल समेत 18 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।