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UP Sikshak Bharti : सरगना के साले समेत कई आरोपितों की संपत्ति होगी कुर्क Prayagraj News

UP Sikshak Bharti नवाबगंज का शिवदीप फूलपुर का सत्यम और बहरिया का शैलेष अभी भी फरार हैं। इन सभी के घर पर एसटीएफ मुनादी करवा चुकी है और कुर्की की नोटिस भी चस्पा कर चुकी है। अब इनकी चल और अचल संपत्ति को कुर्क करने की तैयारी है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Wed, 07 Oct 2020 06:00 AM (IST)Updated: Wed, 07 Oct 2020 07:12 AM (IST)
UP Sikshak Bharti : सरगना के साले समेत कई आरोपितों की संपत्ति होगी कुर्क Prayagraj News
दो टीमें फरार आरोपितों के संभावित ठिकानों पर गिरफ्तारी के लिए छापेमारी भी कर रही है।

प्रयागराज, जेएनएन। सहायक शिक्षक भर्ती फर्जीवाड़े के मास्टर माइंड चंद्रमा यादव की गिरफ्तारी के बाद स्पेशल टॉस्क फोर्स (एसटीएफ) अब फरार अभियुक्तों पर शिकंजा कसेगी। गिरोह के सरगना डॉ. केएल पटेल के साले सत्यम पटेल समेत अन्य वांछित आरोपितों की संपत्ति को कुर्क करने की तैयारी शुरू कर दी गई है। साथ ही अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए दबिश भी दी जा रही है।

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फरार आरोपितों की संपत्ति कुर्क करने की तैयारी

परिषदीय स्कूलों में 69 हजार सहायक शिक्षक भर्ती फर्जीवाड़े का जून माह में भंडाफोड़ हुआ था। गैंग का सरगना पूर्व जिला पंचायत सदस्य डॉ. केएल पटेल समेत कई आरोपितों और अभ्यर्थियों की गिरफ्तारी के बाद प्रदेशभर में यह चर्चा का विषय बन गया था। मामले की विवेचना एसटीएफ को मिलने के बाद कई और शख्स को वांछित किया गया। एसटीएफ धूमनगंज निवासी स्कूल प्रबंधक चंद्रमा यादव समेत कई को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। मगर नवाबगंज का शिवदीप, फूलपुर का सत्यम और बहरिया का शैलेष अभी भी फरार हैं।

एसटीएफ कुर्की की नोटिस भी चस्पा कर चुकी है

इन सभी के घर पर एसटीएफ मुनादी करवा चुकी है और कुर्की की नोटिस भी चस्पा कर चुकी है। इसके बावजूद आरोपित गिरफ्त से दूर हैं। ऐसे में अब इनकी चल और अचल संपत्ति को कुर्क करने की तैयारी शुरू हो गई है। एसटीएफ का कहना है कि जल्द ही कोर्ट से अनुमति लेकर कुर्की की कार्रवाई की जाएगी। हालांकि दो टीमें फरार आरोपितों के संभावित ठिकानों पर गिरफ्तारी के लिए छापेमारी भी कर रही है। 

भदोही के मायापति से मिलेगा सुराग

एसटीएफ अधिकारियों का कहना है कि भदोही का मायापति दुबे काफी शातिर है। उसके पकड़ में आने पर गिरोह से जुड़े कुछ अन्य सदस्यों के नाम भी सामने आ सकते हैं। क्योंकि पूर्व में गिरफ्तार कुछ आरोपितों ने पूछताछ में कहा था कि दूसरे जिले के अभ्यर्थी व गिरोह से जुड़े सदस्यों के बारे में केवल मायापति ही बता सकता है। हालांकि, मायापति को अदालत से कुछ दिनों के लिए राहत मिली हुई है।


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