ESMA लागू करने का उप्र लेखपाल संघ लेखपाल ने किया विरोध, यूपी की योगी सरकार से इसे हटाने की मांग की
उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ ने अपनी मांगों को लेकर कर्मचारी संगठनों के धरना-प्रदर्शन करने पर रोक लगाने की निंदा की। संघ के जिलाध्यक्ष राजकुमार सागर ने कहा कि अपने हक के लिए और जायज मांगों के लिए लोगों को लोकतांत्रिक ढंग से बात रखनी चाहिए।
प्रयागराज, जेएनएन। सरकार ने प्रदेश में एस्मा (आवश्यक सेवा रखरखवाव अधिनियम) लागू किया है। इसके विरोध में लेखपाल आ गए हैं। प्रयागराज के लेखपालों ने इस संबंध में वर्चुअल बैठक की। इसमें उन्होंने अपनी मांगों के लिए रूपरेखा बनाई। साथ ही सरकार से एस्मा हटाने की अपील पुरजोर अपील की।
कर्मचारी संगठनों के धरना-प्रदर्शन करने पर रोक लगाने का विरोध
उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ ने अपनी मांगों को लेकर कर्मचारी संगठनों के धरना-प्रदर्शन करने पर रोक लगाने की निंदा की। संघ के जिलाध्यक्ष राजकुमार सागर ने कहा कि अपने हक के लिए और जायज मांगों के लिए लोगों को लोकतांत्रिक ढंग से बात रखनी चाहिए। सरकार की ओर से एस्मा लगान पूरी तरह गलत है। सरकार लोगों की आवाज को दबाना चाहती है।
यूपी लेखपाल संघ के जिलाध्यक्ष ने यह कहा
यूपी लेखपाल संघ के जिलाध्यक्ष ने कहा कि सरकार ने लोकसेवकों का भत्ता भी रोक रखा है। राजस्व विभाग के लेखपाल संवर्ग ने साल भर कोरोना काल में अपनी जान की परवाह किए बगैर काम किया। सरकार की सभी योजनाओं को अमली जामा पहनाने में लेखपालों की अहम भूमिका रही। कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी गई। संगठन जल्द आपसी सामांजस्य बनाकर संयुक्त रूप से सरकार से वार्ता करेगा और एस्मा के फैसले को हटाने का आग्रह भी किया जाएगा।
हक के लिए आवाज उठाने पर पाबंदी न लगे : राकेश चंद्र
वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष राकेश चंद्र यादव ने कहा कि सरकार को एस्मा हटाना चाहिए, ताकि कर्मचारी अपने हक के लिए आवाज बुलंद कर सकें। साथ ही लेखपालों ने अपनी विभिन्न मांगों पर चर्चा भी की। वर्चुअल बैठक में कनिष्ठ जिला उपाध्यक्ष विकास सिंह, जिला उपमंत्री अवनीश पांडेय, कोषाध्यक्ष सुरेश श्रीवास्तव, जिला आय-व्यय निरीक्षक रीना कुमारी, जिला संगठन मंत्री प्रभाकर सिंह, संगठन मंत्री अनूप कुमार व यमुनापार संगठन मंत्री रामशंकर शुक्ल आदि भी जुड़े।