UP Board Exam 2020 : कोरोना वायरस से बचने के लिए आंसर शीट जांचने को लेकर असमंजस
UP Board Exam 2020 यूपी में कोरोना वायरस से बचाव के लिए शिक्षण संस्थाएं बंद करा दिये गए हैं लेकिन यूपी बोर्ड की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन की तस्वीर अभी साफ नहीं है।
प्रयागराज, जेएनएन। UP Board Exam 2020 : उत्तर प्रदेश सरकार ने कोरोना वायरस से बचाव के लिए शिक्षण संस्थाएं बंद करा दिये हैं और परीक्षाएं टाल दी गई हैं, लेकिन यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन की तस्वीर अभी साफ नहीं है, हालांकि बोर्ड प्रशासन ने कॉपियों का मूल्यांकन 16 मार्च से शुरू कराने की सारी तैयारियां पूरी कर ली हैं। इस कार्य में करीब डेढ़ लाख परीक्षक लगाए गए हैं, जिनकी तैनाती प्रदेश भर के 275 केंद्रों पर की गई है।
यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षाएं 18 फरवरी से शुरू होकर छह मार्च को पूरी हो चुकी हैं। इम्तिहान के दौरान ही बोर्ड प्रशासन ने उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कराने का खाका खींच लिया था। इस बार पिछले वर्षों की अपेक्षा अधिक मूल्यांकन केंद्र बनाए गए हैं और वहां पर करीब 24 हजार अधिक परीक्षकों की तैनाती की गई है। यह इंतजाम इसलिए किए गए ताकि मूल्यांकन महज दस दिन में ही पूरा हो जाए और परिणाम 24 अप्रैल को घोषित हो सके।
बोर्ड प्रशासन ने 25 मार्च तक मूल्यांकन पूरा कराने का लक्ष्य रखा है। सभी जिलों में उत्तर पुस्तिकाएं पहुंचाने का कार्य 12 मार्च से ही शुरू है और 15 तक हर हाल में कॉपियां पहुंचाने के निर्देश हैं। बोर्ड सचिव नीना श्रीवास्तव ने बताया कि मूल्यांकन कार्य में बदलाव को लेकर अभी कोई निर्देश नहीं है, यह प्रक्रिया तय समय पर शुरू होगी। शासन इस संबंध में निर्देश देगा तो उसका अनुपालन किया जाएगा।
मोबाइल के उपयोग पर रहेगा प्रतिबंध
मूल्यांकन केंद्रों पर परीक्षकों के मोबाइल ले जाने या फिर उसका उपयोग करने को प्रतिबंधित किया गया है। सचिव ने बताया कि परीक्षक मोबाइल लेकर मूल्यांकन केंद्र पर कतई प्रवेश न करें। सभी केंद्रों पर उत्तर पुस्तिकाएं सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में जांची जाएंगी। उसमें वायस रिकॉर्डर भी लगे हैं यदि परीक्षक बातचीत करेंगे तो भी वह कार्रवाई के दायरे में आएंगे।
नियुक्ति पत्र न करें वायरल
बोर्ड प्रशासन ने एक परीक्षक की ओर से सोशल मीडिया पर नियुक्ति पत्र को वायरल करने को गंभीरता से लिया है। उन्होंने उसे मूल्यांकन कार्य से हटाने का निर्देश दिया है, साथ ही निर्देश दिया है कि कोई परीक्षक नियुक्ति पत्र वायरल न करें, अन्यथा उस पर सख्त कार्रवाई होगी।