Move to Jagran APP

UP Board Exam 2020 : नकल के कारोबार पर कंप्यूटर का ताला, 3 साल से लगातार हो रही परीक्षा केंद्रों में कटौती

UP Board Exam 2020 यूपी बोर्ड की परीक्षा में नकल का खेल किसी से छिपा नहीं है। चहेतों को पास कराने के लिए नकल माफिया परीक्षा केंद्र निर्धारण से ही सक्रिय हो जाते थे

By Umesh TiwariEdited By: Published: Wed, 13 Nov 2019 09:23 AM (IST)Updated: Wed, 13 Nov 2019 09:24 AM (IST)
UP Board Exam 2020 : नकल के कारोबार पर कंप्यूटर का ताला, 3 साल से लगातार हो रही परीक्षा केंद्रों में कटौती
UP Board Exam 2020 : नकल के कारोबार पर कंप्यूटर का ताला, 3 साल से लगातार हो रही परीक्षा केंद्रों में कटौती

प्रयागराज [धर्मेश अवस्थी]।  UP Board Exam 2020 में नकल के कारोबार पर कंप्यूटर जी ताला लगाते जा रहे हैं। ऐतबार न हो तो परीक्षा केंद्रों की संख्या देख लीजिये, इधर तीन वर्ष से निरंतर केंद्रों की संख्या में तेजी से कटौती हो रही है। इस वर्ष प्रस्तावित परीक्षा केंद्रों की संख्या यूपी बोर्ड के इतिहास में सबसे कम है, जबकि परीक्षार्थियों की संख्या में पिछले वर्ष की अपेक्षा केवल दो लाख की कमी आई है।

loksabha election banner

छात्र-छात्राओं की संख्या के लिहाज से दुनिया के सबसे बड़े यूपी बोर्ड की परीक्षा में नकल का खेल किसी से छिपा नहीं है। चहेतों को पास कराने के लिए नकल माफिया परीक्षा केंद्र निर्धारण से ही सक्रिय हो जाते थे। मनमाफिक कॉलेजों को केंद्र बनाने के लिए हर 'शर्त' वह चुटकी बजाते पूरा करते थे और अफसर उनकी मुराद पूरी करने में नियमों को धता बता देते थे। इस पर अंकुश लगाने के लिए योगी सरकार ने केंद्र निर्धारण का जिम्मा बोर्ड मुख्यालय को सौंपा। निर्देश हुआ कि बोर्ड के कालेजों से सूचनाएं लेकर कंप्यूटर के जरिए उसका निर्धारण किया जाए। इससे पहले ही साल 2865 परीक्षा केंद्रों में कमी आई। दूसरे साल करीब दो सौ से अधिक केंद्र कम हुए और इस वर्ष 593 परीक्षा केंद्रों को कम किया गया है।

यह भी पढ़ें : केंद्र निर्धारण में इस बार बड़ा उलटफेर, सिर्फ 7761 केंद्रों पर होगी परीक्षा

सबसे अहम यह है कि परीक्षा नीति में हर बार पहले राजकीय, सहायताप्राप्त और फिर वित्तविहीन को मौका देने का आदेश होता था, लेकिन हर वर्ष केंद्र बनने में वित्तविहीन ही आगे रहते थे। हालांकि इस वर्ष भी सबसे अधिक परीक्षा केंद्र वित्तविहीन के ही हैं, लेकिन बोर्ड प्रशासन ने इन्हीं कालेजों में सबसे अधिक कटौती भी की है। 104 राजकीय और 122 नए अशासकीय सहायताप्राप्त कॉलेजों को केंद्र बनाया गया है। इसके अलावा बोर्ड ने कॉलेजों की धारण क्षमता का भी भरपूर उपयोग करके केंद्र निर्धारण किया है।

यूपी बोर्ड की सचिव नीना श्रीवास्तव राउटर और हाईस्पीड ब्राडबैंड लगाने का निर्देश है। जिन कॉलेजों को केंद्र बनाया गया है, उन्हें जनवरी माह तक इसे पूरा करना होगा। राजकीय कॉलेजों में भी प्रबंध हो रहा है, जबकि सीसीटीवी कैमरे अधिकांश कॉलेजों में लग चुके हैं। 

वर्ष          परीक्षा केंद्र

2016        11620

2017        11414

2018        8549

2019        8354

2020        7761  


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.