UP Board 10th and 12th Exam 2020 : दस दिन में जांची जाएंगी तीन करोड़ से अधिक आंसर शीट
UP Board 10th and 12th Exam 2020 कोरोना वायरस के दुष्प्रभाव को देखते हुए मूल्यांकन को लेकर विशेष दिशा-निर्देश दिए गए हैं।
प्रयागराज, जेएनएन। UP Board 10th and 12th Exam 2020 : यूपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं परीक्षा 2020 की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन सोमवार से शुरू हो जाएगा। मूल्यांकन 25 मार्च तक कराया जाना प्रस्तावित है। प्रदेशभर में 275 केंद्रों पर उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन किया जाएगा। जहां एक लाख 47 हजार परीक्षक तीन करोड़ से अधिक कापियों का मूल्यांकन करेंगे। मूल्यांकन में किसी प्रकार की गड़बड़ी न हो उसके लिए सीसीटीवी कैमरे से पैनी निगरानी की जाएगी, उसकी वेब कॉस्टिंग भी होगी ताकि उसे कंट्रोल रूम पर लाइव देखा जा सके।
कोरोना वायरस के दुष्प्रभाव को देखते हुए मूल्यांकन को लेकर विशेष दिशा-निर्देश दिए गए हैं। मूल्यांकन कार्य में लगे शिक्षक व शिक्षणेतर कर्मचारियों की सहूलियत के लिए केंद्रों के फर्नीचर, कक्ष, दरवाजे, खिड़की आदि की नियमित सफाई होगी। हाथ धोने के लिए साबुन व सेनेटाइजर की व्यवस्था की जाएगी। मूल्यांकन कक्षों में दो परीक्षकों को एक मीटर की दूरी पर बैठाया जाएगा।
मूल्यांकन केंद्रों में बाहरी लोगों के आने पर पूरी तरह से रोक है। यूपी बोर्ड की सचिव नीना श्रीवास्तव ने बताया कि हर परीक्षक पूरी पारदर्शिता के साथ मूल्यांकन करे। इसमें किसी प्रकार की गड़बड़ी क्षम्य नहीं होगी, क्योंकि सबकी पैनी निगरानी होगी। सभी लोग खुद को कोरोना वायरस से भी बचाएं। जरूरत पड़ने पर हमसे मदद मांगें।
दिक्कत होने पर मांगें मदद
मूल्यांकन कार्य के समय किसी को कोरोना से पीडि़त होने के लक्षण जैसे खांसी, जुकाम, बुखार, सांस फूलना आदि दिखाई पड़े तो हेल्प लाइन नंबर 18001805145 पर कॉल करके मदद मांगें। संबंधित व्यक्ति की उपचार की सुविधा तत्काल सुनिश्चित कराई जाएगी।
सुरक्षा का रहेगा पुख्ता प्रबंध
मूल्यांकन केंद्रों पर सुरक्षा का पुख्ता प्रबंध होगा। मूल्यांकन केंद्रों पर स्टैटिक मजिस्ट्रेट तैनात किया जाएगा, केंद्र की सुरक्षा के लिए हर केंद्र पर चार सशस्त्र पुलिस बल भी रहेगा। यही नहीं, मूल्यांकन केंद्र की 100 मीटर की परिधि में धारा 144 लागू रहेगी। कोई उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन प्रभावित न कर सके इसके लिए स्थानीय खुफिया टीम व पुलिस सादी वर्दी में तैनात रहेगी।
मूल्यांकन से पहले हटा परीक्षक
एक जिला के परीक्षक ने अपना मूल्यांकन का नियुक्ति पत्र सोशल मीडिया में डाल दिया था। यूपी बोर्ड की सचिव नीना श्रीवास्तव ने इसे गंभीरता से लिया। उन्होंने संबंधित जिला के डीआइओएस को उस परीक्षक को मूल्यांकन से हटाने का निर्देश दिया। साथ ही कहा कि मूल्यांकन से जुड़ी कोई भी सामग्री सोशल मीडिया पर डाली गई तो संबंधित व्यक्ति के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।