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UP 69000 Shikshak Bharti: शिक्षक भर्ती में बड़ी संख्या में खाली हाथ रह गए शिक्षामित्र, यह रही वजह

UP 69000 Shikshak Bharti उत्तर प्रदेश के परिषदीय स्कूलों की 69000 शिक्षक भर्ती में बड़ी संख्या में वे शिक्षामित्र फिर खाली हाथ रह गए हैं जिन्होंने लिखित परीक्षा उत्तीर्ण की है लेकिन कालम में शिक्षामित्र का उल्लेख न होने से चयन से बाहर हो गए थे।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Tue, 01 Dec 2020 12:10 AM (IST)Updated: Tue, 01 Dec 2020 08:54 AM (IST)
UP 69000 Shikshak Bharti: शिक्षक भर्ती में बड़ी संख्या में खाली हाथ रह गए शिक्षामित्र, यह रही वजह
यूपी के परिषदीय स्कूलों की 69,000 शिक्षक भर्ती में बड़ी संख्या में वे शिक्षामित्र फिर खाली हाथ रह गए हैं।

प्रयागराज [राज्य ब्यूरो]। उत्तर प्रदेश के परिषदीय स्कूलों की 69,000 शिक्षक भर्ती में बड़ी संख्या में वे शिक्षामित्र फिर खाली हाथ रह गए हैं, जिन्होंने लिखित परीक्षा उत्तीर्ण की है, लेकिन कालम में शिक्षामित्र का उल्लेख न होने से चयन से बाहर हो गए थे। बेसिक शिक्षा मंत्री ने उनके रिकार्ड में बदलाव करने का आदेश दिया था, लेकिन उसका अनुपालन नहीं हुआ। परिषद एक जून की 67,867 जिला आवंटन सूची से ही काउंसिलिंग करा रहा है। इसलिए उन्हें निराश होना पड़ा है। 

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प्राथमिक स्कूलों की सहायक अध्यापक भर्ती का परिणाम परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय ने जारी किया था, इसमें 8,018 शिक्षामित्रों ने लिखित परीक्षा उत्तीर्ण की थी। एक जून को परिषद की ओर से जारी जिला आवंटन सूची में बड़ी संख्या में शिक्षामित्रों का नाम नहीं था। इनमें कुछ रेगुलर बीटीसी तो कुछ विशिष्ट बीटीसी प्रशिक्षण प्राप्त हैं। अचयनित शिक्षामित्रों ने परिषद कार्यालय में प्रत्यावेदन दिया, उनकी मांग थी कि वे वर्षों से शिक्षामित्र के रूप में कार्य कर रहे हैं और परीक्षा भी उत्तीर्ण हैं इसलिए चयन सूची में शामिल किया जाए। इन शिक्षामित्रों ने चयन के लिए हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया। एकल पीठ से लेकर दो जजों की खंडपीठ तक ने उसे खारिज कर दिया।

शिक्षक भर्ती की जिला आवंटन सूची में शामिल अभ्यर्थियों के आवेदन पत्र की गलतियां सुधारने के लिए वेबसाइट नहीं खुली। यह जरूर है कि जिन अभ्यर्थियों को शीर्ष कोर्ट या फिर हाई कोर्ट से राहत मिली है उनसे जिला चयन समिति शपथपत्र लेकर निर्णय कर सकती हैं, इसमें अंक बदलने से उनका जिला आवंटन भी बदला जा सकता है। काउंसिलिंग शुरू होने पर बेसिक शिक्षा परिषद सचिव हाई कोर्ट के आदेश का अनुपालन कराने के लिए आदेश जारी कर सकते हैं। इसका इंतजार किया जा रहा है।

बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में सहायक अध्यापक पद पर चयन के लिए अभ्यर्थी लंबे समय से आवेदन पत्र में प्राप्तांक व पूर्णांक आदि में संशोधन के लिए अवसर देने की मांग कर रहे हैं। उनका तर्क है कि लिखित परीक्षा के लिए आवेदन करते समय गलती से अंकन गलत हो गया है, वह दुरुस्त न होने पर वे काउंसिलिंग में चयन से बाहर हो जाएंगे।

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