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अंदर के लिए : बेखौफ हुए शूटर, 45 दिन में तीन वकीलों की हत्या

जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : दो महीने से वकीलों पर आफत सी है। 45 दिनों में तीन वकीलों की गोली मारकर ह

By JagranEdited By: Published: Tue, 26 Jun 2018 06:05 AM (IST)Updated: Tue, 26 Jun 2018 06:05 AM (IST)
अंदर के लिए : बेखौफ हुए शूटर, 45 दिन में तीन वकीलों की हत्या
अंदर के लिए : बेखौफ हुए शूटर, 45 दिन में तीन वकीलों की हत्या

जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : दो महीने से वकीलों पर आफत सी है। 45 दिनों में तीन वकीलों की गोली मारकर हत्या कर दी गई। यही वजह है कि वकीलों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। हालांकि दो हत्याकांड से पुलिस ने पर्दा उठा दिया, तीसरे मामले में भी सुराग मिल गए हैं लेकिन वकीलों की नृशंस हत्या कर शूटरों के हौसले बुलंद हो गए हैं। उन्हें खौफ नहीं रह गया है। वकीलों की हत्या पुलिस और प्रशासनिक अफसरों के लिए भी परेशानी का सबब है। ये मामले लखनऊ तक गूंज रहे हैं और कानून व्यवस्था को लेकर किरकिरी हो रही है।

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कटरा जैसे अति व्यस्त इलाके में वकील राजेश श्रीवास्तव की जिस ढंग से हत्या की गई वह पुलिस के लिए चैलेंज था। शूटरों ने चेहरा तक नहीं ढका था। आमतौर पर वकील पर हमला करते बदमाश डरते हैं लेकिन राजेश श्रीवास्तव की हत्या कचहरी से कुछ दूर कर बदमाशों ने बेखौफ होने की गवाही दी। राजेश हत्याकांड के बाद वकीलों का आक्रोश फूटा, बवाल और आगजनी तक हुई। इसी वजह से एसएसपी रहे आकाश कुलहरि को यहां से हटा दिया गया। हालांकि पुलिस ने हत्याकांड से पर्दा उठाते हुए शूटरों को जेल भेज दिया। इसके बाद होलागढ़ में अधिवक्ता रवि तिवारी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस हत्याकांड के बाद भी हंगामा हुआ। कामकाज ठप किया गया। मामला जमीन से जुड़ा और आरोपित पकड़े गए। इसका विरोध ठंडा पड़ते ही अब नवाबगंज में वकील लाल बचन सोनी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। शूटरों ने पीछा किया और हाइवे पर गोली से उड़ा दिया। एक के बाद एक तीन वकीलों के मर्डर से साथियों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। हालांकि हर बार वकीलों की मुआवजे की मांग मान ली गई। जमीन के मामले ही बने मुसीबत

सोरांव, इलाहाबाद : दो वकीलों की हत्या से सोरांव सर्किल में सनसनी रही। दोनों ही मामलों में जमीन के विवाद सामने आए हैं। होलागढ़ थाना क्षेत्र के मुकुंदपुर निवासी अधिवक्ता रवि तिवारी के चाचा मिथलेश तिवारी का चौराहे पर दो बिस्वा जमीन को लेकर प्रेमचंद्र जायसवाल से विवाद चला आ रहा था। 10 जून को विवादित जमीन पर मिटटी गिराने के दौरान दोनों पक्षों के बीच विवाद के बाद ईंट पत्थर व गोली चली जिसमे अधिवक्ता रवि तिवारी की पत्थर की चोट से मौत हो गई। मामले मे पुलिस ने आरोपित को मौके से गिरफ्तार कर लिया था। इसी प्रकार 25 जून को कौडि़हार निवासी अधिवक्ता लाल बचन सोनी की अज्ञात बदमाशों ने नेम तिवारी का पुरा गांव के सामने गोली मारकर हत्या कर दी। हत्या में विवादित जमीन से जुडा एक मामला सामने आ रहा है।


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