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Lockdown में आवश्यक वस्तुओं का उत्पादन वाली इकाइयों को खोलने की अनुमति मिली Prayagraj News

55 इकाइयां लॉकडाउन के दौरान अब खानपान और मेडिकल उपकरण बना रही हैं। ब्रेड बिस्किट आटा दाल चावल तेल दुग्ध सैनिटाइजर मास्क वेंटिलेटर ऑक्सीजन आदि इकाइयां काम करेंगी।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Mon, 13 Apr 2020 09:20 AM (IST)Updated: Mon, 13 Apr 2020 09:29 AM (IST)
Lockdown में आवश्यक वस्तुओं का उत्पादन वाली इकाइयों को खोलने की अनुमति मिली Prayagraj News
Lockdown में आवश्यक वस्तुओं का उत्पादन वाली इकाइयों को खोलने की अनुमति मिली Prayagraj News

प्रयागराज, जेएनएन। चीन से शुरू हुए कोरोना वायरस का प्रभाव अब पूरे विश्‍व में छाया हुआ है। ऐसे में इस महामारी के प्रकोप को रोकने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी ने पूरे देश में लॉकडाउन की घोषणा की है। लॉकडाउन में सभी दुकानें, फैक्ट्रियां आदि सब बंद हैं। हालांकि अब लॉकडाउन के दौरान ही आवश्‍यक वस्‍तुओं का उत्‍पादन करने वाली इकाइयों को खोलने की अनुमति मिलने लगी हैं। उन्‍हीं इकाइयों को खोलने की अनुमति मिल रही है जो खान-पान, कृषि उत्पादन एवं मेडिकल उपकरण बनाती हैं। इसके लिए जिला उद्योग एवं उद्यम प्रोत्साहन केंद्र से ऐसी ही 55 इकाइयों के लिए पास जारी किए जा चुके हैं।

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इस तरह की इकाइयों को खोलने की मिली है स्वीकृति

ब्रेड, बिस्किट, आटा, दाल, चावल, तेल, दुग्ध, सैनिटाइजर, मास्क, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन, बीज, उर्वरक, पशुओं का आहार, साबुन, डिटर्जेंट, खाद्य प्रसंस्करण व पैकिंग करने वाली इकाइयां काम करेंगी। 

ये है खास बातें

- 14 हजार वेंटिलेटर पार्ट्स बनाने की जिम्मेदारी कंपनी को मिली

- 45 दिन में मंत्रालय के आर्डर को करना है पूरा 

- 183 बड़ी कंपनियां श्रम विभाग में रजिस्टर्ड

- 300 मझोली और छोटी इकाइयां

- 400 पार्ट्स प्रतिदिन बनाने की कंपनी की है क्षमता।

वीके कनेक्टर ने शुरू किया प्रोडक्शन

रक्षा मंत्रालय के लिए वेंटिलेटर के पार्ट्स बनाने का काम वीके कनेक्टर ने शुरू कर दिया है। सैंपल प्रोडक्शन बनाकर बेंगलुरू भेज दिया गया है। 500 पीस बनाने की तैयारी भी कर ली गई है। कोरोना वायरस से प्रभावित रोगियों के लिए वेंटिलेटर की पड़ने वाली जरूरत को ध्‍यान में रखते हुए रक्षा मंत्रालय ने वेंटिलेटर के पार्ट्स बनाने का काम नैनी की वीके कनेक्टर कंपनी को दिया है।

उद्योग उपायुक्त अजय कुमार चौरसिया ने कहा

उद्योग उपायुक्त अजय कुमार चौरसिया कहते हैं कि खाद्य सामग्री से संबंधित इकाइयां के लिए लगातार पास जारी किए जा रहे हैं। नवाबगंज की एक फ्लोर मिल की प्रतिदिन की उत्पादन क्षमता 270 टन आटा और एक चावल मिल की क्षमता डेढ़ सौ टन प्रतिदिन की है।


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