उमेश पाल हत्याकांड: CCTV फुटेज ने बचा ली प्रयागराज Police की लाज, 1 महीने बाद भी इनामी बदमाश नहीं हुए गिरफ्तार
Umesh Pal murder case के अपराधियों की पहचान सीसीटीवी कैमरे के फुटेज से ही हो सकी। पुलिस मुठभेड़ में दो अपराधियों को मारा तो गया लेकिन पुलिस टीम व एसटीएफ टीम अभी तक मुख्य आरोपितों को गिरफ्तार नहीं कर सकी।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। उमेश पाल हत्याकांड में प्रयागराज पुलिस की लाज बचाने का काम किया है, वहां लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज ने। घर के अंदर बाहर इन कैमरों को उमेश पाल ने ही जान पर खतरे को देखते हुए लगवाए थे। यह भी कह सकते हैं कि उमेश खुद तो मारे गए लेकिन शूटरों के बारे में पुलिस को सीसीटीवी फुटेज के रूप में मजबूत साक्ष्य देते गए। ये फुटेज न होते तो शूटरों की गिरफ्तारी में नाकाम पुलिस शायद अब तक अंधेरे में होती कि गोलियां मारने वाले कौन थे।
पुलिस व एसटीएफ की असफलता सबके सामने
देशभर में सुर्खियों में छाए इस तिहरे हत्याकांड में अब पुलिस और एसटीएफ की असफलता सबके सामने है। प्रयागराज पुलिस ने तो इस घटना में शामिल रहे दो अपराधियों को मुठभेड़ में मार गिराया लेकिन मुख्य अपराधियों में शामिल पांच लाख रुपये के इनामी अभियुक्त अतीक के बेटे असद, गुड्डू मुस्लिम, गुलाम, अरमान और साबिर को एक महीने से ज्यादा वक्त बीतने के बाद भी नहीं पकड़ा जा सका है। वे पुलिस और यूपी एसटीएफ के लिए चुनौती बने हुए हैं।
गोली मारने वाले अपराधियों का भी पता नहीं लगा पाती पुलिस
घटना के बाद एसटीएफ के एडीजी अमिताभ यश और एसएसपी एसटीएफ भी प्रयागराज में घटनास्थल पर पहुंचे और कई टीम गठित कर गिरफ्तारी के लिए रवाना किया लेकिन इतने दिनों बाद भी एसटीएफ के हाथ खाली हैं। अब कहा जा रहा है कि घटनास्थल पर सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे होते तो फिर पुलिस शायद यह भी नहीं पता लगा पाती कि उमेश पाल को गोली मारने वाले अपराधी थे कौन।
अतीक का नाम तो आता लेकिन मौके पर कौन था यह पता लगाना कठिन होता। इन सीसीटीवी फुटेज ने पुलिस की इज्जत बचा ली। उमेश पाल ने ही अपने घर के बाहर और अंदर कैमरे लगवाए थे। इन्हीं फुटेज को देखकर एसटीएफ ने चिन्हित किया था कि शूटरों में असद, गुलाम, गुड्डू मुस्लिम, अरमान, साबिर शामिल हैं।